
PM Narendra Modi and CM Yogi Adityanath,PM Narendra Modi and CM Yogi Adityanath
वाराणसी. पीएम नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र बनारस से सीएम योगी आदित्यनाथ का जिला गोरखपुर आगे निकल गया है। पीएम नरेन्द्र मोदी ने बनारस से ही स्वच्छता मिशन का शुभारंभ किया था लेकिन अधिकारियों की लचर कार्यप्रणाली व लोगों में जागरूकता की कमी के चलते बनारस तीसरे स्थान पर आया है जबकि प्रथम स्थान गोरखपुर व द्वितीय स्थान लखनऊ को मिला है।
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भारत सरकार ने 15 अगस्त को ग्रामीण स्वच्छता सर्वेक्षण की शुरूआत की थी। सर्वे का उद्देश्य था कि बीजेपी सरकार के पांच साल के कार्यकाल में गांव की स्वच्छता में कितना परिवर्तन हुआ है। अभियान के तहत प्रत्येक जिले के बीस-बीस गांव का रेंडम सर्वे कर स्वच्छता की हकीकत जानी है। ऑनलाइन व एप के जरिए भी लोगों का फीडबैक लिया गया। इसके बाद दो अक्टूबर को परिणाम घोषित किया जायेगा। हालांकि सर्वे रिपोर्ट की जानकारी मीडिया तक पहुंच चुकी है और उसी आधार पर पता चला कि गोरखपुर नम्बर एक पर है जबकि लखनऊ द्वितीय व बनारस तृतीय स्थान पर है। बनारस के बाद अनुप्रिया पटेल का संसदीय क्षेत्र मिर्जापुर का नम्बर आता है। टाप टेन में पूर्वांचल के पांच जिले है जिसमे सोनभद्र, मऊ व महराजगंज भी शामिल है।
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स्वच्छता अभियान में क्यों पिछड़ रहा बनारस
सबसे बड़ा सवाल है कि स्वच्छता अभियान में बनारस क्यों पिछड़ रहा है। पीएम नरेन्द्र मोदी ने अपने क्षेत्र में संसाधन की कमी नहीं होने दी है इसके बाद भी स्वच्छता को लेकर बहुत परिवर्तन नहीं दिखायी दे रहा है। इसकी मुख्य वजह अधिकारियों की स्वच्छता अभियान को लेकर उदासीनता व लोगों में जागरूकता की कमी है। जिलाधिकारी सुरेन्द्र सिंह ने पहले ही घोषणा करते हुए कहा था कि गंदगी फैलाने वालों को पहले टोकेंगे, फिर रोकेंगे और नहीं माने तो जुर्माना ठोंकेगे। इसके बाद भी व्यवस्था नहीं बदल रही है।
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Published on:
28 Sept 2019 02:51 pm
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