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तारीख पर तारीख से भड़के सीएम योगी, जलकल चीफ इंजीनियर को अगली बैठक की मोहलत, PVVNL के एमडी को पर गिरी गाज

वाराणसी दौरे पर समीक्षा बैठक में गैरहाजिर रहने पर मुख्यमंत्री ने पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के एमडी को निलंबित कर दिया।

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पत्रिका न्यूज नेटवर्क

वाराणसी. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वाराणसी में पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के प्रबंध निदेशक (एमडी) को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर अधिकारियों में खौफ पैदा कर दिया है। निगम के एमडी वाराणसी में मुख्यमंत्री की समीक्षा बैठक में नहीं पहुंचे थे। इस बात से मुख्यमंत्री इतने नाराज हुए कि वहीं उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई कर दी। सिर्फ इतना ही नहीं जन निगम के अभियंता को भी चेतावनी देकर गए कि अगर अगली बैठक तक काम पूरे नहीं हुए तो निलंबन तय समझिये। मुख्यमंत्री के इस रुख के बाद अधिकारियों में खौफ है।


जल निगम के अफसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कार्यों में लेट लतीफी के चलते नाराज हुए। 2017 में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार बनने के बाद अब तक वह कई बार वाराणसी का दौरा कर चुके हैं। समीक्षा बैठकों में कई बार जल निगम को शाही नाले का काम तेजी से पूरा करने के लिये कड़ी चेतावनी भी दे चुके हैं। बावजूद इसके स्थिति जस की तस है। शुक्रवार को मुख्यमंत्री ने समीक्षा बैठक की तो इस बार उनके तेवर तल्ख थे। उन्होंने जल निगम के मुख्य अभियंता को बैठक में खड़ा कर दिया। कार्य की धीमी प्रगति पर नाराज हुए और स्पष्ट कहा कि अगली बैठक तक काम पूरा नहीं हुआ तो निलंबन तय है। बताते चलें कि पिछली बार जल निगम ने 30 जून तक काम पूरा कर लेने का वादा किया था, लेकिन अब यह दिसंबर तक जाएगा। तारीख पर तारीख से मुख्यमंत्री का धैर्य जवाब दे गया। जल निगम की मानें तो शाही नाले का 681 मीटर काम और बचा हुआ है। इसमें समय लगेगा।


इस दौरान मुख्यमंत्री वरुणा और अस्सी के संरक्षण को भी लेकर गंभीर दिखे। उन्होंने कहा कि वाराणसी की पहचान वरुणा और असि से है। इन्हें बचाने और इनका उद्घार करने के लिये उन्होंने कड़े निर्णय लेने के निर्देश दिये। गंगा, वरुणा और असि में मलजल न गिराए जाने को कहा है। इस बैठक में मंत्री डाॅ. रवींद्र जायसवाल, मेयर मृदुला जासवाल, सुनील ओझा, विधयक सौरभ श्रीवास्तव, सुरेंन्द्र नारायण सिंह व एमएलसी अशोक धवन के साथ ही एडीजी, पुलसि कमिश्नर, पुलिस कमिश्नर समेत अधिकारी मौजूद थे।