
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी
डॉ अजय कृष्ण चतुर्वेदी
वाराणसी. मिशन 2019 के फतह को कांग्रेस ने चुनाव से पहले वो सभी तैयारी करनी शुरू कर दी है जिससे वह किसी भी मोर्चे पर प्रमुख प्रतिद्वंद्वी भारतीय जनता पार्टी को मात दे सके। इसके तहत जहां पहले प्रदेश स्तर पर सोशल मीडिया प्रभारी को बदला गया। उसके बाद अब पार्टी ने एक और महत्वपूर्ण कदम उठाया है। नई पहल के लिए बाकायदा योग्य व दक्ष लोगों की टीम बनाने की खातिर लखनऊ में लिखित परीक्षा हुई फिर वह टीम गठित की गई। यह परीक्षा पार्टी की राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रिंयका चतुर्वेदी ने ली। बताया जा रहा है कि यह सारी कवायद पार्टी हाईकमान के निर्देश पर चल रही है।
सोशल मीडिया प्रभारी बदलने के बाद अब यह नई टीम
बता दें कि कुछ ही दिन पहले कांग्रेस ने प्रदेश सोशल मीडिया प्रभारी पद पर विशाल कुंद्रा की नियुक्ति की है। वह पहले दिल्ली के सोशल मीडिया प्रभारी थे। इसके तत्काल बाद हाई कमान के निर्देश पर अपने कार्य में दक्ष प्रवक्ताओं की नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू की गई। इसके लिए लखनऊ में बाकायदा लिखित परीक्षा हुई। यह परीक्षा प्रदेश अध्यक्ष राज बब्बर और राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी ने ली। इस परीक्षा के बाद प्रदेश अध्यक्ष ने 14 सदस्यीय प्रदेश स्तरीय प्रवक्ताओं की सूची जारी कर दी। इसके अलावा चार-चार लोगों की दो अतिरिक्त टीम गठित की गई है। इसमें एक है मीडिया इनपुट टीम जिसमें विषय विशेषज्ञ व अपने फन के माहिर, सामाजिक रूप से अच्छी ख्याति रखने वाले प्रोफेसर, डॉक्टरों को शामिल किया गया है। साथ ही एक ऐसी टीम है जिसकी मदद मेन टीम जरूरत के मुताबिक लेगी।
इंदिरा गांधी ने शुरू की थी प्रवक्ता नियुक्त करने की परंपरा
यहां यह भी बता दें कि एक वक्त था जब कांग्रेस में महज राष्ट्रीय स्तर पर प्रवक्ता होते थे। दरअसल पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने सबसे पहले पार्टी प्रवक्ता के महत्व को समझा और वीएन गाडगिल को राष्ट्रीय प्रवक्ता नियुक्त किया। गाडगिल नरसिम्हा राव के कार्यकाल तक प्रवक्ता बने रहे। उसी दौर में यानी आपातकाल के वक्त देव कांत बरुआ को भी यह दायित्व सौंपा गया था। लेकिन लंबे अरसे तक पीसीसी में प्रवक्ता का को पद नहीं हुआ करता था।
बनारस में शहर अध्यक्ष चंद्र मोहनन पांडेय ने सबसे पहले नियुक्त किया था प्रवक्ता
ऐसे में मंडल, जिला व शहर स्तर पर ऐसे किसी पद को महत्व दिए जाने का सवाल ही नहीं उठता था। लेकिन राम जन्म भूमि आंदोलन के वक्त तत्कालीन शहर अध्यक्ष चंद्र मोहन पांडेय ने पहली बार शहर कमेटी में प्रवक्ता का पद सृजित किया। पहला प्रवक्ता गणेश शंकर पांडेय को बनया गया। हालांकि कुछ ही दिनों बाद उन्होंने खुद ही त्यागपत्र दे दिया तब यह जिम्मेदारी अनिल श्रीवास्तव 'अन्न्' को दी गई जो किरन शर्मा के कार्यकाल तक इस पद पर बने रहे।
दरअसल पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के पहले तक पार्टी अध्यक्ष ही सर्वे सर्वा हुआ करता था उसी के आदेश से सारी गतिविधियां संचालित होती थीं। वही प्रदेश से होते मंडल व जिला स्तर तक अपने संदेश भेज देता रहा। लेकिन इंदिरा गांधी ने इसके लिए अलग सेल गठित करने का फैसला कर पार्टी की रीति-नीति को जन-जन तक पहुंचाने का काम शुरू किया। कालांतर में पीसीसी, जोन, मंडल, जिला,शहर स्तर तक प्रवक्ता बनाए जाने लगे। प्रवक्ता का व्यक्तव्य अधिकृत रूप से पार्टी का व्यक्तव्य माना जाने लगा। लेकिन धीरे-धीरे यह परिपाटी भी विलुप्त होती गई और मंडल, जिला और शहर स्तर पर प्रवक्ता की जिम्मेदी महज विज्ञप्ति बनाने और उसे मीडिया दफ्तरों तक पहुंचाने तक सीमित हो गया।
बीजेपी में हैं हर स्तर पर प्रोफेशनल प्रवक्ता
लेकिन राष्ट्रीय स्तर से लेकर जिला व शहर स्तर तक दक्ष प्रवक्ताओं की नियुक्ति की प्रक्रिया भले कांग्रेस ने शुरू की हो पर कालांतर में इसकी महत्ता को ठीक से समझा बीजेपी ने और राष्ट्रीय स्तर से लेकर प्रदेश, क्षेत्र, जिला व शहर स्तर तक दक्ष, प्रोफेशनल प्रवक्ता की नियुक्ति की परंपरा शुरू की। अब इन प्रवक्ताओं से पार्टी काफी लाभान्वित है।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल ने समझी प्रवक्ता की अहमियत
ऐसे में अब पुनः कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने पार्टी प्रवक्ताओं की अहमियत को समझा है। इसी के तहत अब पार्टी में प्रोफेशनल प्रवक्ताओं की नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू हुई है। इसी के तहत यह टीम गठित की गई जिसकी घोषणा सात जुलाई को प्रदेश अध्यक्ष राज बब्बर ने की। इस टीम के सदस्य अशोक सिंह ने पत्रिका से बातचीत में बताया कि अभी प्रदेश स्तर पर 14 तथा अन्य चार-चार लोगों की टीम बनाई गई है। कहा कि सात से 10 दिन के भीतर यह प्रदेश मीडिया कमेटी ही मंडल स्तर पर प्रवक्ताओं की नियुक्ति करेगी। उसके बाद जिला स्तर पर प्रवक्ता नियुक्ति किए जाएंगे। सभी प्रवक्ताओं की नियुक्ति होने के बाद प्रदेश स्तर पर बड़ा सेमीनार होगा जिसे राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी संबोधित करेंगे। इस सेमीनार में वह प्रवक्ताओं को उनकी जिम्मेदारी के बाबत महत्वपूर्ण टिप्स देंगे। उन्होंने बताया कि इनपुट मीडिया टीम मुख्य मीडिया टीम को ज्वलंत मुद्दे प्रदान करेगी। स्थानीय स्तर पर चल रही गतिविधियों, लोगों की समस्याओं का फीडबैक देगी जिसके आधार पर पीसीसी अपनी रणनीति तय करेगी। ये प्रवक्ता समय समय पर पार्टी के स्टैंड से पारंपरिक मीडिया ही नहीं बल्कि सोशल मीडिया, इलेक्ट्रानिक चैनल पर पार्टी का स्टैंड रखेगी। बताया कि इस 14 सदस्यीय टीम में फिलहाल आजमगढ़ के ओंकार नाथ सिंह को शामिल किया गया है जबकि इसका कोआर्डिनेटर राजीव बख्शी को बनाया गया है। पूरी टीम में कोई बाहरी नहीं बल्कि सभी कांग्रेस से जुड़े लोग ही हैं।
उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी मीडिया टीम
1-राजीव बख्शी (कोआर्डिनेटर)
2- हिलाल नकवी
3- ओंकारनाथ सिह
4- अशोक सिंह
5- सुचि विश्वास
6- जिशान हैदर
7- उमाशंकर पांडेय
8- सैफ अली नकवी
9- अनूप पटेल
10- अंशु अवस्थी
11- मुकेश सिंह चौहान
12- तनूजा पुनिया
13- विशाल राजपूत
14- सचिन रावत
मीडिया इनपुट डिवीजन
1-सुबोध श्रीवास्तव
2-प्रो अजित कुमार पांडेय
3-डॉ मंजु दीक्षित
4-डॉ मंसूर अली
स्पेशल इनवाइटीज
1-विरेंद्र मदान
2-अमर नाथ अग्रवाल
3-द्विजेंद्र त्रिपाठी
4-सुरेंद्र राजपूत
Updated on:
10 Jul 2018 06:16 pm
Published on:
10 Jul 2018 03:43 pm
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