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Cyclone Yaas: यूपी की ओर तेजी से बढ़ रहा है तूफान ‘यास’, तीन से चार दिन तक तेज हवा और बारिश की चेतावनी

Cyclone Yaas: चक्रवाती तूफान 'यास’ तेजी से बिहार और उत्तर प्रदेश की ओर बढ़ रहा है। इसे देखते हुए एहतियाती कदम उठाए जा रहे हैं। मौसम विज्ञानियों ने कहा है कि अगले तीन से चार दिनों तक तेज हवा और बारिश होने की संभावना है।

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छत्तीसगढ़ के 15 जिलों में मानसून हुआ मेहरबान, आज इन इलाकों में भारी बारिश की संभावना

पत्रिका न्यूज नेटवर्क

वाराणसी.

Cyclone Yaas: पश्चिम बंगाल और ओडिशा में तबाही मचाने के बाद तूफान 'यास’ बिहार और उत्तर प्रदेश की ओर तेजी से बढ़ रहा है। मौसम विभाग पहले ही यूपी के 27 जिलों में तूफान के असर की चेतावनी दे चुका है। संभावना जतायी जा रही है कि गुरुवार को बारिश और तेज हवाएं चल सकती हैं। मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि तूफान के असर से अगले तीन से चार दिन तक तेज हवा और बारिश हो सकती है। कहा जा रहा है कि गुरुवार को दिन में तूफान का कैमूर इलाके से बिहार में प्रवेश करेगा। कैमूर पूर्वी उत्तर प्रदेश के काफी नजदीक का इलाका है। उधर तूफान को देखते हुए एहतियात के तौर पर बुधवार को वाराणसी के बाबतपुर एयरपोर्ट से कोलकाता और भुवनेश्वर के लिये उड़ानें निरस्त कर दी गईं।


तूफान का असर सबसे पहले पूर्वी यूपी यानि पूर्वांचल के जिलों पर होगा। हालांकि मौसम विभाग की चेतावनी के मुताबिक वाराणसी, प्रयागराज, गोरखपुर से लेकर लखनऊ तक के करीब 27 जिले इसकी चपेट में आ सकते हैं। इन जिलों के जिलाधिकारियों और राहत आयुकतों को पहले ही अलर्ट किया जा चुका है। तूफान के असर से एक दिन पहले से ही आसमान पर काले बादल छाए हुए हैं और ठंडी हवाएं चल रही हैं। वाराणसी में सुबह 11 से 13 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से हवाएं चलीं। बुधवार की देर रात हल्की बारिश भी हुई, जिससे अधिकतम तापमान में चार डिग्री और न्यूनतम तापमान में एक डिग्री की कमी दर्ज की गई। मैक्सिमम टेम्परेचर 35 तो मिनिमम टेम्परेचार 25 डिग्री रहा। आर्द्रता भी 53 से बढ़कर 77 फीसदी हो गई।


कम हो गई है तूफान की तीव्रता

बेहद खतरनाक कहे ज रहे तूफान यास के भारतीय तटों से टकराने के बाद इसकी तीव्रता कम हो गई है। बीएचयू के मौसम विज्ञानी प्रो. मनोज श्रीवास्तव के मुताबिक पूर्वी तटों से टकराने के बाद चक्रवाती तूफान की गति कम हुई है। चक्रवात 130 से 140 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से टकराकर अब कुछ कम रफ्तार से बढ़ रहा है। उन्होंने अनुमान जताया है कि अब यह कुछ कम भयावाह होगा। हालांकि तीन से चार दिन तक बारिश होगी।


बिहार में 10 से ज्यादा जिलों में यलो अलर्ट

चक्रवाती तूफान 'यास’ तेजी से बिहार और यूपी की ओर बढ़ रहा है। इससे निपटने के लिये युद्घ स्तर पर तैयारियां की जा रही हैं। कहा जा रहा है कि तूफान गुरुवार को बिहार में प्रवेश कर सकता है। इसके कैमूर के रास्ते बिहार में प्रवेश करने की बातें कही जा रही हैं। मौसम विभाग ने इसे लेकर वहां यलो अलर्ट जारी कर दिया है। कैमूर का इलाका यूपी के काफी नजदीक है। ऐसे में तूफान के बिहार में प्रवेश करने के बाद यूपी तक पहुंचने में ज्यादा वक्त नहीं लगेगा।

वाराणसी में छाए रहे बादल IMAGE CREDIT:

तूफान आने पर बीएचयू में शिफ्ट होंगे डीआरडीओ अस्पताल के मरीज

चक्रवाती तूफान 'यास’ के असर से वाराणसी में तेज हवाएं चलने और बारिश की चेतावनी है। इसके पहले एहतियाती कदम उठाए जा रहे हैं। कोरोना मरीजों के इलाज के लिये वाराणसी में बने डीआरडीओ के अस्पताल के मरीजों वैकल्पिक तौर पर बीएचयू स्थित सर सुंदर लाल अस्प्ताल के सुपर स्पेश्यालिटी में शिफ्ट किये जाएंगे। 25 बेड के डीआरडीओ अस्पताल में 117 मरीज भर्ती हैं। तेज हवा और बारिश से अस्पताल पर तो कोई असर नहीं होगा, लेकिन जल जमाव के चलते वैकल्पिक व्यवस्था की गई है। एमएस प्रो. माथुर ने कहा है कि सुपर स्पेशालिटी में काफी जगह है इसलिये कोई समस्या नहीं होगी।

निरस्त रही विमान सेवा

तूफान ‘यास' के मद्देनजर बाबतपुर एयरपोर्ट से बुधवार को कोलकाता, भुवनेश्वर के अलावा दिल्ली, मुंबई आदि शहरों की नौ फ्लाइट कैंसिल रहीं। बाबतपुर एरपोर्ट पर भी हाई अलर्ट जारी किया गया है। कोलकाता और भुवनेश्वर की विमान सेवा निरस्त की गई, क्योंकि वहां एरपोर्ट बंद कर दिये गए हैं। कोलकाता जाने वाले गो एयरवेज के विमान को भी निरस्त किया गया। वाराणसी से मुम्बई, दिल्ली, गुवाहाटी, अहमदाबाद, बेंगलुरु, लखनऊ की नौ फ्लाइट कैंसिल रही।

प्राइमरी स्कूल, पंचायत भवन में राहत केंद्र

तूफान को देखते हुए वाराणसी में प्रशासन ने भी राहत की तैयारियां शुरू कर दी हैं। जिलाधिकारी के निर्देश पर जरूरत पड़ने पर प्राइमरी स्कूलों और पंचायत भवनों को राहत केंद्र बनाया जाएगा। सीएचसी और पीएचसी पर भी आपदा व्यवस्था को जांचने का निर्देश दिया है।