
Hemp Smuggler
वाराणसी. राजस्व आसूचना निदेशालय (डीआरआई) को बड़ी सफलता मिली है। डीआरआई की टीम ने एक ट्रक से 12 क्विंटल गांजा बरामद किया है। पकड़े गये गांजे की कीमत लगभग पौने दो करोड़ रुपये बतायी जा रह है। मादक पदार्थ के साथ दो तस्कर भी पकड़ाये हैं जिनसे पूछताछ में गिरोह से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी मिली है जिसके आधार पर जल्द अन्य गिरफ्तारी हो सकती है। पकड़े गये आरोपियों को जेल भेजा गया है।
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डीआरआई के वरिष्ठ अधिकारी आनंद कुमार राय को मुखबिर से सूचना मिली कि गांजे की भारी मात्रा में खेप लेकर एक ट्रक चला है जो बनारस पहुंचने वाला है। डीआरआई ने ट्रक को पकडऩे के लिए मोहन सराय-रोहनिया के बीच घेराबंदी कर ली। मुखबिर द्वारा बताया गया ट्रक जैसे ही वहां पहुंचा उसे पकड़ लिया गया। ट्रक की तलाशी पहले कुछ नहीं मिला। फिर टीम के सदस्यों ने गहनता से जांच की तो ट्रक के बने खास केबिन से 12 क्विंटल गांजा बरामद हुआ। गंाजे के साथ दो तस्कर गुरुबचन सिंह व शाहनवाज मंसूरी को गिरफ्तार कर लिया गया। तस्करों ने बताया कि ओडिशा व छत्तीसगढ़ से सटे हुए जंगल से यह गांजा लेकर निकले थे जिसे बनारस में सप्लाई करना था। बनारस से गांजा पूर्वांचल के विभिन्न जिलों में भेजा जाता। डीआरआई के अनुसार पकड़े गये तस्कर पिछले कई महिनों से इसी काम को कर रहे थे और उनके तार यूपी, हरियाणा व दिल्ली के बड़े ड्रग तस्करों से जुड़े हुए हैं।
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बनारस में है गांजे की बड़ी खपत
बनारस में गांजा की बड़ी खपत है। पर्यटन नगरी होने के चलते विदेशी भी गांजे का उपयोग करते हैं। बनारस में आरोप लगता रहता है कि भांग के ठेकों से गांजा भी बेचा जाता है। तस्कर एक बार भारी मात्रा में गांजा पहुंचा देते हैं इसके बाद यही से पूर्वांचल के अन्य जिलो में सप्लाई की जाती है। गिरोह के प्रमुख सदस्य बेहद शातिर होते हैं जो पकड़ में नहीं आते हैं। उनका कोई तस्कर पकड़ा जाता है तो उसे जेल से छुड़ाने की भी व्यवस्था गिरोह के लोग करते हैं।
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Published on:
26 Oct 2019 02:15 pm
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