
CM Yogi Adityanath
वाराणसी. सीएम योगी आदित्यनाथ की जमीन साल भर में ही दरकने लगी है। केन्द्र व यूपी में सरकार बनने का श्रेय राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ (आरएसएस) को भी मिला था तो हार में भी संघ की बड़ी जिम्मेदारी है। पीएम नरेन्द्र मोदी की लहर में भगवा दल ने जिस सोशल इंजीनियरिंग को मजबूत किला बनाया था वही अब पूरी तरह से दरक चुकी है। अनुप्रिया पटेल व ओमप्रकाश राजभर ने भी यूपी सरकार पर जो सवाल खड़े किये थे वह समय के साथ सही साबित होने लगे हैं।
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सीएम योगी आदित्यनाथ की अगुवाई मे बीजेपी ने गोरखपुर व फूलपुर चुनाव में जो हार का सिलसिला शुरू किया है वह अब कैराना तक पहुंच गया है। गोरखपुर व फूूलपुर चुनाव में जब बीजेपी को हार मिली थी तो उस समय खुद सीएम योगी आदित्यनाथ ने मीडिया से कहा था कि हम अति आत्मविश्वास के चलते ही चुनाव हारे हैं हार की समीक्षा की जायेगी। दोनों संसदीय क्षेत्र में चुनाव की हार समीक्षा का क्या रिजल्ट आया है यह तो पता नहीं है लेकिन सारी ताकत लगाने के बाद भी बीजेपी कैराना में चुनाव हारने की दहलीज है इससे साबित हो जाता है कि सीएम योगी की जमीन दरक रही है और अब यूपी में अखिलेश यादव व मायावती के गठबंधन से जो तूफान आयेगा। उसे रोकना सीएम योगी के बस में नहीं है।
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इन पांच कारणों से सीएम योगी की दरक रही जमीन
1-जातिवाद:-सीएम योगी आदित्यनाथ जमकर जाति का कार्ड खेल रहे हैं। आरएसएस व बीजेपी ने पिछड़ों, अति पिछड़ों व दलितों को जिस तरह दरकिनार किया है उसका परिणाम सामने आने लगा है और तत्कालीन सीएम राजनाथ सिंह की तरह सीएम योगी भी बीजेपी के बहुमत के लिए भारी पड़ रहे हैं। बताते चले कि कल्याण सिंह के समय यूपी में बीजेपी सरकार की वापसी हुई थी लेकिन राजनाथ सिंह की सरकार के बाद 14साल बीजेपी को बहुमत नहीं मिला था।
2-अधिकारियों की मनमानी, जनता को नहीं मिल रही राह
सीएम योगी राज में अधिकारियों की मनमानी के चलते जनता परेशान है और उनकी सुनवाई नहीं रही है। हाल में ही ओमप्रकाश राजभर ने कहा था कि कुछ अधिकारियों को घेरे में सीएम फंसे हुए है उनका हाल भी अन्य मुख्यमंत्री जैसा हो जायेगा। कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर की बात सच साबित हो रही है।
3-रेप कांड में फंसते बीजेपी के विधायक
कुलदीप सिंह सेंगर पर लगे गैंगरेप के आरोप के बाद सीएम योगी सरकार ने तत्काल कार्रवाई नहीं की थी जिसके चलते यूपी सरकार की जमकर किरकिरी हुई थी इसके बाद बीजेपी के एक और नेता पर नौकरानी ने रेप करने का आरोप लगाया है जिसके चलते जनता के बीच यूपी सरकार की छवि धूमिल हो रही है।
4-ताबड़तोड़ एनकाउंटर के बाद भी अपराधी बेलगाम
यूपी में अपराध नियंत्रण के लिए पुलिस ताबड़तोड़ एनकाउंटर कर रही है उसके बाद भी अपराधी बेलगाम हो गये हैं। बनारस, इलाहाबाद, आजमगढ़ व प्रतापगढ़ में पिछले कुछ दिनों में जिस तरह से अपराध हुए हैं वह कानून व्यवस्था को आईना दिखाने के लिए काफी है। अपराध से परेशान जनता का बीजेपी से मोह भंग होने लगा है।
5--खत्म हो रही बीजेपी की सोशल इंजीनियरिंग
यूपी चुनाव के समय बीजेपी ने जिस तरह से गठबंधन करके सोशल इंजीनियरिंग को मजबूत किया था वह अब खत्म होने लगी है। बीजेपी व आरएसएस सभी जाितयों में पैठ बनाने के लिए उनके एक बड़े नेता को आगे ले आती है लेकिन उस जाति के अन्य लोगों को लाभ नहीं मिलता है जिसके चलते बीजेपी से अन्य जाति के लोग दूर होने लगे हैं। अपना दल की अनुप्रिया पटेल ने खुद अमित शाह से कहा था कि डीएम व एसएसपी से एक सर्वण व एक अन्य जाति का होने से सभी लोग बीजेपी से जुड़े रहेंगे। बीजेपी ने सहयोगी दल की इस बात पर ध्यान नहीं दिया और अब बीजेपी की यूपी में ऐसी हालत हो गयी है कि उपचुनाव जितना बड़ा सपना बनता जा रहा है।
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Updated on:
31 May 2018 10:38 pm
Published on:
31 May 2018 02:44 pm
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