
Forgery in name of Vishwanath Corridor recovery of 70 lakhs In This
वाराणसी. Forgery in name of Vishwanath Corridor recovery of 70 lakhs In This. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के ड्रीम प्रोजेक्ट काशी विश्वनाथ कॉरिडोर (Kashi Vishwanath Corridor) के नाम पर बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है। यहां फर्जी विज्ञापन के आधार पर दुकान आवंटन के नाम पर 70 लाख की वसूली की गई है। इस जालसाजी का जाल फेसबुक के जरिये बुना गया है। विश्वनाथ मंदिर के सीईओ ने लोगों से सतर्कता बरतने को कहा है। सीईो ने कहा कि फर्जीवाड़ा करने वाले लोगों को बख्शा नहीं जाएगा। ऐसे लोगों को निश्चित सजा मिलेगी।
35-35 लाख रुपये दिए
रियल ईस्टेट बिजनेस वाराणसी लॉयन ग्रुप के एडमिन शशिकांत चौरसिया ने पोस्ट किया कि ‘विश्वनाथ कॉरिडोर में दुकान लेने के इच्छुक संपर्क करें।’ इस पोस्ट में आकार, रेट और शर्त का उल्लेख किया गया। संपर्क के लिए मोबाइल नंबर 8957311456 भी दिया गया। दुकानों के आवंटन के एवज में 50 फीसदी भुगतान लेकर प्रमाणपत्र भी जारी कर दिया गया। चार लोग सामान लेने आए। इन चारों से 12 गुणे 15 आकार की प्रति दुकान 70 लाख रुपये के हिसाब से आवंटित की गई। इन चार लोगों ने शर्त के अनुसार 35-35 लाख रुपये दे दिए। आठ गुणा आठ की वर्गाकार छोटी दुकानों के लिए 40 लाख रुपये रेट रखा गया है। मामले में शिकायत की गई है। ऐसे और कितने लोग इसमें शामिल हैं इसका पता लगाया जा रहा है।
शहर में नहीं हो रहा आवंटन
डीएम कौशल राज शर्मा का कहना है कि काशी विश्वनाथ कॉरिडोर को लेकर कोई भी विज्ञापन दिखता है तो तत्काल मंदिर प्रशासन और जिला प्रशासन को अवगत कराएं। ठग के खिलाफ मुकदमा भी कराएं। मंदिर कॉरिडोर में किसी दुकान का आवंटन नहीं है। शहर की किसी अन्य योजना में भी रजिस्ट्रेशन या आवंटन नहीं हो रहा है। उधर, सीईओ डॉ. सुनील वर्मा ने भी कहा कि काशी विश्वनाथ मंदिर कॉरिडोर की दुकानों के आवंटन व उसके लिए पंजीकरण न तो मंदिर न्यास और न ही विशिष्ट क्षेत्र प्राधिकरण की ओर से किया जा रहा है। मंदिर की वेबसाइट पर भी इससे संबंधित कॉलम होल्ड रखा गया है। जैसे ही आवंटन अथवा आवंटन के लिए पंजीकरण की कोई प्रक्रिया आरंभ होगी, सबसे पहले विश्वनाथ मंदिर की अधिकृत वेबसाइट पर सूचना अपलोड की जाएगी।
Published on:
24 Sept 2021 11:47 am
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