
हिंदी के समर्थन में बनारस में लगे होर्डिंग्स
वाराणसी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वाराणसी आगमन से ठीक पूर्व हिंदी विरोध का मामला छा गया है। पूरे शहर में हिंदी समर्थकों ने होर्डिंग्स लगा दी हैं। सवाल पूछा है, राजभाषा हिंदी की उपेक्षा और अपमान क्यों? ये होर्डिंग उन मार्गों पर जरूर लगाई गई हैं जिन मार्गों से हो कर प्रधानमंत्री को गुजरना है।
बता दें कि पिछले दिनों बीएचयू में शिक्षक बनने आए हिंदी भाषा-भाषी अभ्यर्थियों ने आरोप लगाया था किसाक्षात्कार के दौरान कुलपति प्रो राकेश भटनागर ने हम सभी को हिंदी में साक्षात्कार देने से टोका था। उन्होंने खुद के जर्मनी दौरे का उदाहरण पेश करते हुए कहा था कि मुझे भी जर्मनी सीखनी पड़ी थी। ऐसे में आप सभी को भी अंग्रेजी का ट्यूशन लेना चाहिए। उसके बाद से ही बीएचयू और पूरे बनारस में हिंदी को लेकर पोस्टवार और होर्डिंगवार शुरू हुआ। घर-घर पैंपलेट तक बांटे गए।
अब बीएचयू के छात्रों ने पीएम के वाराणसी आगमन से पहले हिंदी का मुद्दा फिर से उठाया है। इसके तहत फिर से शहर के प्रमुख चौराहों पर कुलपति के खिलाफ होर्डिंग्स लगा दी गई हैं। इन होर्डिंग्स के माध्यम से प्रधानमंत्री से कुलपति के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई है।
बीएचयू के छात्रों ने रातो रात शहर के मलदहिया, काशी विद्यापीठ, लंका, डीएलडब्ल्यू , कैंट आदि जगहों पर पोस्टर, होर्डिंग्स लगा दिए हैं। छात्रों के मुताबिक 16 फरवरी को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बनारस आ रहे है, ऐसे में प्रधानमंत्री तक अपनीं बात पहुंचाने के लिए उन्होंने पोस्टर और होर्डिंग्स लगाए है।
Published on:
15 Feb 2020 07:04 pm
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