
वाराणसी में घरेलू कलह से आजीज महिला अपने दो छोटे बच्चों सहित ट्रेन के सामने कूद कर जीवन समाप्त कर ली। ट्रेन निकलने के बाद हर ओर सिर्फ मांस के लोथड़े और खून बिखरा था। घटनास्थल की स्थिति देख कई लोगों को गश आ गया। जहां तक जानकारी मिली है कि महिला का अपने पति से छोटी छोटी बात पर अक्सर विवाद होता रहता था, इसी बीच जेठ-जेठानी ने पीट दिया था। इससे आहत होकर वह महिला थाने पहुंची और अपने आपबीती बताई, लेकिन पुलिस ने घर का मामला समझ हल्के में ले लिया। घटना की जानकारी पाकर पुलिस ने शवों को कब्जे में लिया है। ट्रैक को साफ कराया गया है। ये घटना जंसा थाना क्षेत्र की है।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक हरसोस गांव निवासी विकास सूरत की एक कंपनी में नौकरी करता है। होली की छुट्टी पर घर आया था। परिवार में संपत्ति के बंटवारे को लेकर चर्चा हुई। मां और भाई-भाभी से अलग रहने की बात कही। इसके बाद परिजनों ने बंटवारा कर दिया। सोमवार को विकास की पत्नी मीनू का उसके जेठ और जेठानी से झगड़ा हो गया। कुछ देर बाद मीनू अपने बेटों विप्लव और विपिन को लेकर अपने मायके हाथी बाजार भदैया चली गई। मंगलवार को फिर घर पहुंची तो जेठ-जेठानी ने पीट दिया। इसके बाद मीनू अपने दोनों बच्चों को लेकर थाना जंसा पहुंची। पुलिस को पूरी घटना बताई। पुलिस ने पारिवारिक विवाद के चक्कर में गंभीरता से न लिया।
जब पुलिस से भी कोई मदद नहीं मिली तब मीनू ने पति को फोन लगाया लेकिन वह भी व्यस्तता की वजह से अनसुना कार्बडिया। डिप्रेशन में आई मीनू रोते हुए चौखंडी रेलवे स्टेशन के पास पहुंची। इसी दौरान आ रही महाकाल एक्सप्रेस के सामने दोनों हाथों में बेटों को लेकर ट्रेन के आगे खड़ी हो गई और ट्रेन की चपेट में आने से तीनों की मौत हो गई। ACP राजा तालाब अजय कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि मृतका के भाई कमलेश की तहरीर पर सास सुदामा देवी, ससुर लोदी, जेठानी रेशमा और पति विकास के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर ली।
Updated on:
08 Apr 2025 11:31 pm
Published on:
08 Apr 2025 11:30 pm
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