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IIT BHU का स्वास्थ्य-तकनीक हैकथॉनः स्वास्थ्य-तकनीक और संबद्ध क्षेत्रों में नवीन विचारों को मिलेगा बढ़ावा, प्रतिभागियों को मिलेगा लाखों का नकद पुरस्कार

स्वास्थ्य-तकनीक या मेड-टेक क्षेत्रों में आधुनिक युग की समस्याओं के लिए अभिनव समाधान सोचने, डिजाइन करने और विकसित करने के लिए युवा नवीन विचारों को शामिल करने के उद्देश्य से आईआईटी बीएचयू में होगा स्वास्थ्य-तकनीक हैकथॉन। जानें विस्तार से...

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IIT BHU

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वाराणसी. IIT BHU में आई-डीएपीटी हब फाउंडेशन (ए सेक्शन 8 कंपनी) 13 से 15 जून, 2022 तक आई-डीएपीटी हेल्थ-टेक हैकथॉन का आयोजन करेगा। इसमें शामिल होंगे देश भर के विभिन्न विषयों के छात्र। इस हैकथॉन का उद्देश्य स्वास्थ्य-तकनीक या मेड-टेक क्षेत्रों में आधुनिक युग की समस्याओं के लिए अभिनव समाधान सोचने, डिजाइन करने और विकसित करने के लिए युवा नवीन विचारों को शामिल करना है। इसके लिए प्रतिभागियों को 1.7 लाख का नकद पुरस्कार और आईआईटी बीएचयू में मुफ्त इंटर्नशिप के अवसरों मिलेंगे। साथ ही विजेता और उपविजेता को सम्मानित किया जाएगा। ये जानाकारी संस्थान के निदेशक प्रो. प्रमोद कुमार जैन ने दी।

हैकथॉन प्रौद्योगिकी विकास के प्रति युवाओं मे सोच को बढ़ावा देगा

निदेशक प्रो. प्रमोद कुमार जैन ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में, स्वास्थ्य सेवा में प्रौद्योगिकी की भूमिका काफी बढ़ गई है। आज, हमारे पास उपयोग में आसान और सुलभ चिकित्सा उपकरणों तक पहुंच है, जो कृत्रिम बुद्धिमत्ता, संवर्धित वास्तविकता, ब्लॉकचेन आदि जैसी तकनीकों द्वारा संचालित हैं। ये प्रौद्योगिकी मरीजों और उनके देखभाल करने वालों को रोगों के प्रबंधन और उपचार के बारे में निर्णय लेने में सक्षम बनाती हैं। आई-डीएपीटी हेल्थ-टेक हैकथॉन इन प्रौद्योगिकी विकास के प्रति हमारे युवाओं में एक सोच को बढ़ावा देगा।

प्रौद्योगिकी और उद्यमिता के संयुक्त भागीदारी से स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में गुणवत्ता और दक्षता आई

प्रो. जैन ने बताया कि प्रौद्योगिकी और उद्यमिता के संयुक्त भागीदारी से स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में सामर्थ्य, पहुंच, गुणवत्ता और दक्षता आई है । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह जोर देकर कहा है कि तकनीक से चलने वाली दवा की पहुंच, उपलब्धता और जागरूकता भारत को स्वास्थ्य सेवा में आत्मनिर्भर बनाएगी। कोविड महामारी के परीक्षण समय के दौरान हमने देखा कि कैसे टेली-मेडिसिन और मेडिकल एनालिटिक्स जैसी डिजिटल तकनीकों ने बीमारियों की समय पर भविष्यवाणी और प्रबंधन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। डायग्नोसिस एंड ड्रग डेवलपमेंट में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मानसिक स्वास्थ्य में एआई, टेलीमेडिसिन और रिमोट केयर, हेल्थकेयर में ऑगमेंटेड रियलिटी, आईओटी और वियरेबल्स, बायोप्रिंटिंग आदि भविष्य के लिए कुछ ट्रेंडिंग रिसर्च क्षेत्र हैं ।

स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र सबसे अधिक रोजगार योग्य क्षेत्रों में से एक होगा

अधिष्ठाता (आर एंड डी) प्रो. विकास कुमार दुबे ने कहा कि स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे में बढ़ती राष्ट्रीय और दुनिया भर में मांग के साथ, स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र सबसे अधिक रोजगार योग्य क्षेत्रों में से एक होगा । इस तरह के हैकथॉन के माध्यम से युवा लोग आकर्षित होंगे और स्वास्थ्य और संबद्ध क्षेत्रों में करियर की तलाश करेंगे ।

दो स्तर पर आयोजित है हैकथान

आई-डीएपीटी हेल्थ हैकाथॉन के आयोजन सचिव डॉ. प्रांजल चंद्रा ने बताया कि छात्रों से दो कैटेगरी में आवेदन मांगे गए हैं. कैटेगरी एक में स्कूली छात्र (12वीं तक) और कैटेगरी दो में UG और PG स्टूडेंट्स (विज्ञान, इंजीनियरिंग और मेडिकल स्ट्रीम से) को आमंत्रित किया जाता है । इस आयोजन के लिए आवेदन करने के लिए आवेदक गूगल फॉर्म (https://forms.gle/eMdjtwjXzDR4Rkmh8) जमा कर सकते हैं । आयोजन के लिए पंजीकरण 11 अप्रैल 2022 से शुरू हुआ और 11 मई 2022 को समाप्त होगा।