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पर्यटक ट्रेनों को नहीं मिल रहे यात्री, इतनी कम हुई बुकिंग की रद करनी पड़ी ट्रेन

वाराणसी से चलने वाली आईआरसीटीसी की भारत दर्शन यात्रा पर्यटक ट्रेन को रद कर दिया गया है।

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superfast train

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वाराणसी. कोरोना महामारी की वजह से उपजे संकट से रेलवे उबर नहीं पा रहा है। कई महीने ट्रेन संचालन बंद होने के बाद एक बार फिर से रुटीन ट्रेन रनिंग की ओर बढ़ रहे रेलवे को उसकी पर्यटक ट्रेनों के लिये यात्री नहीं मिल पा रहे हैं। नहीं मिल पाने से पर्यटक ट्रेनें रद करनी पड़ रही हैं। इससे रेलवे को काफी नुकसान भी उठाना पड़ रहा है। कम बुकिंग के चलते वाराणसी से चलने वाली आईआरसीटीसी की भारत दर्शन पर्यटक ट्रेन को रद करना पड़ा है। यह ट्रेन छह अक्टूबर को वाराणसी से चलाई जानी थी।

आईआरसीटीसी ने छह अक्टूबर को भारत दर्शन यात्रा के लिये विशेष पर्यटक ट्रेन चलाने का का ऐलान किया था। महज 7850 रुपये में आठ से नौ दिनों का पूरा टूर पैकेज था। इसमें ज्योतिर्लिंग दर्शन के अलावा स्टैच्यू ऑफ युनिटी समेत कई प्रमुख जगहों के दर्शन व ठहरने से लेकर दूसरी सारी सुविधाएं दी जा रही थीं। इसके लिये ऑनलाइन और काउंटर से बुकिंग भी शुरू हो गई थी। खूब प्रचार-प्रसार भी हुआ, लेकिन घूमने-फिरने के शौक पर कोरोना का खौफ भारी पड़ता दिख रहा है। हालत ये कि इतना सब करने के बावजूद निर्धारित मानक के अनुसार पर्यटक ट्रेन को 40 फीसदी यात्री भी नहीं मिले। महज 14 प्रतिशत लोगों ने ही बुकिंग कराई। स्थानीय प्रतिनिधियों के मुताबिक कम बुकिंग के चलते ट्रेन को रद करना पड़ा।


गोरखपुर की स्पेशल ट्रेन, तेजस और महाकाल पर भी संकट

गोरखपुर से भी 17 नवंबर को दक्षिण भारत दर्शन के लिये ट्रेन चलाए जाने का ऐलान किया गया है। पर इसका भी हाल कुछ अलग नहीं। यहां अभी अब तक महज 15 फीसदी बुकिंग हो सकी है। कहा जा रहा है कि लखनऊ से नई दिल्ली के लिये चलने वाली लग्जरी तेजस ट्रेन में भी 50 फीसदी सीटें ही बुक हो पा रही हैं। रोजाना, एग्जीक्यूटिव क्लास व चेयरकार की काफी सीटें खाली जा रही हैं। वाराणसी से उज्जैन-इंदौर-महाकाल एक्सप्रेस भी कोरोना के चलते अभी बंद है। लग्जरी ट्रेन महाराजा एक्सप्रेस की सेवा भी दिसंबर 2020 तक बंद कर दी गई है। यह ट्रेन वाराणसी समेत देश के विभिन्न शहरों से होते हुए दिल्ली पहुंचती थी।