जिस मंदिर को मुहम्मद गौरी ने कर दिया था ध्वस्त, अब बढ़ा रही है बनारस की शान
वाराणसीPublished: Nov 12, 2022 01:46:45 pm
यह मंदिर बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक है। यह मंदिर पिछले कई हजार वर्षों से बनारस में स्थित है। मंदिर का हिंदू धर्म में एक विशिष्ट स्थान है। ऐसा माना जाता है कि, एक बार इस मंदिर के दर्शन करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है।
इस मंदिर में दर्शन करने के लिए आदि शंकराचार्य, सन्त एकनाथ, रामकृष्ण परमहंस, स्वामी विवेकानंद, महर्षि दयानंद, गोस्वामी तुलसीदास सभी का आगमन हुआ है। काशी विश्वनाथ मंदिर विश्वनाथ मंदिर का इतिहास हजारों साल पुराना माना जाता है। ये मंदिर गंगा नदी के तट पर है. कहा जाता है कि इस मंदिर का दोबारा निर्माण 11 वीं सदी में राजा हरीशचन्द्र ने करवाया था। 1194 में मुहम्मद गौरी ने इसे ध्वस्त कर दिया था।