9 दिसंबर 2025,

मंगलवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

#KeyTo Success -डबल गोल्ड मेडल पायी टॉपर पूजा की जुबानी, सफलता पाने की कहानी

कहा तैयारी इतनी खामोशी से करो की सफलता शोर मचा दे, अब पूरा करना है यह सपना

2 min read
Google source verification
Topper Pooja Sharma

Topper Pooja Sharma

वाराणसी. तैयारी इतनी खामोशी से करो कि सफलता शोर मचा दे। यह सोच महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में डबल मेडल जीत कर खुद को साबित करने वाली पूजा शर्मा की है जिन्होंने साबित किया कि परिस्थिति कैसे भी हो। लगन व मेहनत से की गयी तैयारी कभी बेकार नहीं जाती है। पूजा ने एमपीएड में टॉप करने के साथ ही विश्वविद्यालय में भी टाप किया है। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने खुद अपने हाथों से पूजा को दो-दो गोल्ड मेडल दिया।
यह भी पढ़े:-#KeyToSuccess -खुद के घर को बना दी कबीर कुटिया, अमन यादव के जज्बे को सभी करते हैं सलाम

देवरिया की रहने वाली पूजा शर्मा का कहना है कि शुरू से ही वह कुछ ऐसा करना चाहती थी जिससे परिवार का मान बढ़ सके। सबसे पहले माता व पिता ने उनका साथ दिया। पढ़ाई के दौरान पिता जी से लोग कहते थे कि यह बेटी है और इस तरह से क्यों पढ़ा रहे हैं। पिता जी ने इन बातों पर कभी ध्यान नहीं दिया और मुझे पूरा सहयोग किया। पूजा ने कहा कि एमपीएड चतुर्थ सेमेस्टर में प्रवेश लेने के बाद ही मेरी शादी हो गयी थी। जब ससुराल पहुंची तो वहां के लोगों को पता चला कि मैं पढऩा चाहती हूं। ससुराल वाले ने मेरा हौसला बढ़ाया और कहा कि तुम आगे पढ़ो। हम सभी तुम्हारे साथ है। शादी के चार दिन बाद ही मैं बनारस आ गयी और तैयारी करने लगी। पूजा का कहना है कि मैं कभी क्लास नहीं छोड़ती थी और उसके बाद पांच से छह घंटे प्रतिदिन पढ़ाई करती थी। मेरी मेहनत तब सफल हुई। जब मुझे पता चला कि मुझे डबल गोल्ड मेडल मिलने वाला है। उन्होंने कहा कि सफलता पाने के लिए जुनून व पढ़ाई के प्रति समर्पण बहुत जरूरी है। पहले अपने लक्ष्य का निर्धारण करना चाहिए। फिर उसे पाने के लिए मन लगा कर पढ़ाई करनी चाहिए। रास्ते में रुकावट आती है तो भी हिम्मत हारने की जरूरत नहीं है। अपने पर विश्वास बनाये रखते हुए तैयारी करे। पूजा ने कहा कि एक लक्ष्य तो मिल गया है अब शारीरिक शिक्षा विभाग में रिसर्च कर प्रोफेसर बनना चाहती हूं। मुझे विश्वास है कि मेरी मेहनत से यह भी सपना पूरा होगा।
यह भी पढ़े:-#KeyToSuccess -भूटान में सुना था काशी का नाम, बनारस में बनाया ऐसा संस्कृत घर कि दुनिया से पढऩे आते लोग