21 दिसंबर 2025,

रविवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

Kashi Vishwanath Temple सप्ताह में दो दिन बंद रहेगा काशी विश्वानाथ मंदिर, दर्शन का समय भी तय, सावन के दूसरे सोमवार को भी बेहद कम दर्शनार्थी

शनिवार और रविवार को बंद रहेगा काशी विश्वनाथ मंदिर (Kashi Vishwanath Temple), सोमवार से शुक्रवार तक सुबह पांच से रात 10 बजे तक होंगे दर्शन।

2 min read
Google source verification
Kashi Vishwanath Temple

काशी विश्वनाथ मंदिर

वाराणसी. सावन के दूसरे सोमवार को काशी विश्वनाथ मंदिर (Kashi Vishwanath Temple) में दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं की तादाद बेहद कम रही। सुबह भीड़ पहले सोमवार से कम रही, लेकिन जैसे जैसे दिन चढ़ता गया भीड़ कम होती चली गई। दर्शन पूजन के लिये प्रतिबंध पिछली बार की तरह ही थे और तय रास्तों से सेनेटाईजिंग और थर्मल स्कैनिंग के बाद ही श्रद्धालुओं को दर्शन कराया जा रहा था। भीड़ कम होने से दर्शन करने आने वालों को ज़्यादा इंतज़ार नहीं करना पड़ा।

सावन के पहले सोमवार को तरह इस बार भी श्रद्धालुओं के लि‍ए वही तीन रास्ते तय थे। इन्हीं रास्तों से सोशल डिस्टेंसिंग के साथ श्रद्धालुओं को प्रवेश दिया गया। मंदिर प्रशासन की ओर से तीनों रास्तों पर थर्मल स्क्रीनिंग और सैनिटाइजर की का इंतज़ाम भी पूर्व की भांति ही था।

भगवान शिव का अति प्रिय श्रावण मास में इस बार सावन में पांच सोमवार पड़ रहे हैं। द्वादश ज्योतिर्लिंगों में एक श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में वैसे तो लाखों भक्तों की भीड़ उमड़ती है लेकिन इस बार कोरोना महामारी को देखते हुए यहां के नियम और व्यवस्था में परिवर्तन किया गया है। वैश्विक महामारी कोरोना के कारण श्रद्धालुओं की संख्या कम है।

सीओ ज्ञानवापी अर्जुन सिंह ने बताया कि सावन के दूसरे सोमवार को सुबह पांच बजे से काशी विश्वनाथ मंदिर को भक्तों के दर्शन के लिए खोल दिया है। उन्होंने बताया कि वैश्विक महामारी कोरोना को देखते हुए इस बार भक्तों को मंदिर में जाने से पहले पूरी तरह से सेनेटाइज किया जा रहा है। इसके साथ ही बिना मास्क के किसी को अंदर नही जाने दिया जा रहा है। वहीं नियमों को न मानने वालों पर जुर्माना भी लगाया जाएगा।

दर्शन करने आये श्रद्धालु ने बताया कि बाबा विश्वनाथ के त्रिशूल पर विश्व टिका है। इस बार भीड़ बहुत कम है। बाबा का दर्शन बहुत आसानी से हो रहा है। इसके साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जा रहा है। हमने बाबा से अपनी शिक्षा के साथ ही वैश्विक महामारी कोरोना को समाप्त करने के लिए प्राथना किया है।