शर्मनाक यह कि लड़कियों से छेड़छाड़ के मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का गोरखपुर जिला सहित प्रमुख मंत्रियों का जिला प्रदेश के शीर्ष जिलों में शामिल हैं। गोरखपुर प्रदेश में पांचवें स्थान पर हैं। जबकि प्रदेश की राजधानी जहां पूरी सरकार और पुलिस के आला अफसरान कानून-व्यवस्था को दुरूस्त करते हैं वह छेड़खानी के मामलों में अव्वल है।
वूमेन पॉवरलाईन-1090 के आंकड़ों पर गौर करें तो इस साल गोरखपुर जिले में 6391 छेड़खानी के मामले दर्ज कराए गए। इन आंकड़ों के मुताबिक छेड़खानी के मामले में गोरखपुर प्रदेश का पांचवा सबसे बड़ा जिला है। यह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का गृह जनपद है। केंद्रीय वित्त राज्यमंत्री शिव प्रताप शुक्ल भी यहीं से आते हैं। गोरखपुर-बस्ती मंडल में गोरखपुर जिला सबसे आगे है। जबकि बस्ती जनपद छेड़खानी के मामले में दूसरे पायदान पर। गोरखपुर व बस्ती दोनों जनपद मंडल मुख्यालय हैं। बस्ती में 2769 शिकायतें पीड़िताओं ने दर्ज कराई हैं।
काबीना मंत्री सूर्य प्रताप शाही का क्षेत्र देवरिया छेड़खानी के मामले में तीसरे पायदान पर है। इस जिले में 2564 मामले सामने आए हैं। जबकि काबीना मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य के क्षेत्र कुशीनगर में 2431 छेड़खानी के मामले 1090 पर दर्ज कराए गए हैं। महराजगंज में इस साल 1612 छेड़खानी की शिकायतें तो सिद्धार्थनगर में 1135 शिकायतें। वहीं संतकबीरनगर में 1200 महिलाएं व युवतियां छेड़खानी की शिकार हुई हैं।
गोरखपुर-बस्ती मंडल का हाल
जिले | आई शिकायतें |
बस्ती | 2769 |
देवरिया | 2564 |
कुशीनगर | 2431 |
महराजगंज | 1612 |
सिद्धार्थनगर | 1135 |
संत कबीर नगर | 1200 |
जिले | शिकायतें |
लखनउ | 30208 |
कानुपर नगर | 8774 |
इलाहाबाद | 8039 |
वाराणसी | 7380 |
गोरखपुर | 6391 |
जौनपुर | 4969 |
सीतापुर | 4651 |
आगरा | 4407 |
आजमगढ़ | 4075 |
उन्नाव | 3940 |
हरदोई | 3921 |
फैजाबाद | 3478 |