
Monsoon And Weather in UP
Monsoon and Weather in UP: भारतीय समुद्र में मई और अप्रैल महीनों में सबसे ज्यादा चक्रवात बनते हैं। अप्रैल की तुलना में मई के महीने में चक्रवात बनने की संभावना ज्यादा होती है। लेकिन इस साल भारतीय सागर अब तक किसी भी तरह की चक्रवाती गतिविधि नहीं हुई है। हालांकि, मानसून का आना 1 जून को तय है। बता दें, जून में बनने वाले चक्रवातों को 'मानसून चक्रवात' माना जाता है। जैसा कि पिछले साल अरब सागर के ऊपर बहुत ही गंभीर चक्रवाती तूफान 'बिपरजॉय' के साथ हुआ था। प्री-मॉनसून सीजन के अब लगभग 15 दिन बचे हैं। इस सीजन के पहले तूफान का इंतजार लंबा हो गया है।
अरब सागर (Arabian Sea) की तुलना में बंगाल की खाड़ी में ज्यादा तूफान आते हैं। ऐसे में यह चलन आने वाले भविष्य में बदल सकती है। ऐसा इसलिए क्योकिं बंगाल की खाड़ी की तुलना में अरब सागर लगातार गर्म हो रहा है। पिछले चार सालों में मई महीने के दौरान बंगाल की खाड़ी में हर साल सिर्फ एक तूफान आया है। जैसे 2020 में “अम्फान” ने पश्चिम बंगाल पर हमला किया था। 2021 में यास ने धामरा (ओडिशा) में भूस्खलन किया। 2022 में आसनी तूफान आंध्र प्रदेश तट पर समुद्र में ही कमजोर हो गया और 2023 में मोचा ने सितवे (म्यांमार) पर हमला किया। अरब सागर के ऊपर आखिरी चक्रवात 2021 में मई के महीने में 'तौकता' था, जो ऊना-दीव के पास गुजरात तट को पार कर रहा था।
साल 2024 का मानसून 31 मई को केरल में दस्तक देगा। उत्तर प्रदेश में 20 जून के आसपास मानसून पहुंच जाएगा। मानसून 2024 की पहली बारिश वाराणसी और चंदौली में हो सकती है। 25 जून तक पूरे उत्तर प्रदेश में मानसून की बारिश देखने को मिल सकती है। काशी हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) के मौसम विज्ञानी प्रोफेसर मनोज कुमार श्रीवास्तव के मुताबिक इस साल का मानसून सामान्य से 10-20% ज्यादा बारिश करा सकता है।
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Updated on:
19 May 2024 02:49 pm
Published on:
16 May 2024 04:44 pm
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