
मोदी अजय राय केजरीवाल
वाराणसी. 2019 लोकसभा चुनावों के ऐलान के साथ वाराणसी लोकसभा सीट फिर से चर्चा का विषय बन चुकी है। पिछली बार यहां नरेन्द्र मोदी के सामने बड़ा नाम अरविंद केजरीवाल का था, पर इस बार अब तक यह तय नहीं हुआ है की उनके मुकाबले में विपक्षी पार्टियां किसे मैदान में उतारेंगी। 2014 का चुनाव पीएम मोदी ने अरविंद केजरीवाल को 3 लाख 71 हजार से अधिक वोटों से हराकर जीता था, लेकिन हैरानी की बात है कि यह जीत नरेन्द्र मोदी ने अरविंद केजरीवाल से करीब साढ़े 12 लाख रुपये कम खर्च कर हासिल की। हैरानी की बात यह कि 2014 में वाराणसी सीट पर तीन बड़े दावेदार बीजेपी, आप और कांग्रेस में जिसने जितना अधिक खर्च (आधिकारिक रूप से) किया उसे उतनी ही बड़ी शिकस्त मिली थी। सबसे अधिक खर्च करने वाले अजय राय थे, जिन्होंने 54 लाख 45 हजार से अधिक खर्च किये। पर इसके मुकाबले उन्हें मिले वोटों की गिनती एक लाख भी नहीं पहुंच पायी। वो 75,614 वोट पाकर तीसरे नंबर पर रहे थे।
2014 लोकसभा चुनाव के आंकड़े
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2014 लोकसभा चुनाव में दिलचस्प थे खर्च के आंकड़े
चुनाव खर्च में सबसे आगे कांग्रेस के अजय राय रहे, उसके बाद आम आदमी पार्टी के अरविंद केजरीवाल और तीसरे नंबर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी। पर जीत का आंकड़ा इसके ठीक उलट रहा। नरेन्द्र मोदी जीत गए, जबकि केजरीवाल दूसरे और अजय राय तीसरे नंबर पर रहे। जो खर्च तीनों प्रत्याशियों की ओर से दिखाया गया उसमें प्रचार समाग्री पर सबसे ज्यादा अरविंद केजरीवाल ने 20 लाख रुपये, समाजवादी पार्टी के कैलाश चौरसिया ने 13 लाख 20 हजार रुपये, नरेन्द्र मोदी ने नौ लाख 41 हजार रुपये दिखाए। अजय राय ने इनमें सबसे कम एक लाख 25 हजार रुपये के असपास की राशि प्रचार समाग्रियों पर खर्च की थी।
केजरीवाल को पार्टी से मिला 65 लाख, खर्च किये 50
खर्च के मामले में अजय राय भले ही सबसे आगे रहे हों, पर पार्टी से चुनाव के लिये मिली धनराशि के लिहाज से केजरीवाल सबसे ऊपर थे। उन्हें आम आदमी पार्टी से चुनाव खर्च के लिये 65 लाख रुपये मिले, जिसमें से 50,10,757 खर्च कर करीब 15 लाख रुपये बचा लिये। नरेन्द्र मोदी को पार्टी की ओर से 32,53,474 रुपये मिले जबकि उनका खर्च 37,62,351 रहा। अजय राय के डॉक्यूमेंट में इसका जिक्र नहीं कि उन्हें पार्टी से चुनाव के लिये कितना मिला।
इंटरनेट और सोशल मीडिया पर खर्च में कांग्रेस आगे
2014 का लोकसभा चुनाव देश का ऐसा पहला चुनाव था, जिसमें इंटरनेट और सोशल मीडिया का तब तक का सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया गया था। बीजेपी, कांग्रेस और आप ने तो पहली बार बाकायदा अलग आईटी सेल बनाकर लोकसभा चुनाव के लिये इसका प्रयोग किया। कांग्रेस सोशल मीडिया, ई मीडिया, एसएमएस, केबल नेटवर्क और इंटरनेट आदि पर खर्च में आगे रही। अजय राय ने इस मद में 24 लाख 92 हजार से अधिक खर्च किये, जबकि नरेन्द्र मोदी ने तीन लाख 77 हजार से अधिक, जबकि अरविंद केजरीवाल ने महज 22 हजार 472 रुपये खर्च किये।
पब्लिक मीटिंग और रैलियों पर खर्च
इसी तरह पब्लिक मीटिंग आदि के मद में नरेन्द्र मोदी ने कुल मिलाकर 9 लाख 82 हजार रुपये, अरविंद केजरीवाल ने लगभग सात लाख 94 हजार रुपये रैलियों और जनसभाओं वगैरह पर और अजय राय ने तीन लाख 69 हजार के करीब खर्च किये।
प्रचार वाहन पर खर्च
2014 के चुनव में प्रचार वाहन पर आधिकारिक रूप से 22,07,500 रुपये कांग्रेस ने, जबकि आम आदमी पार्टी ने 20,53,000 रुपये और बीजेपी ने इनसे कम 5,05,907 रुपये प्रचार वाहन पर खर्च किये। महत्वपूर्ण बात यह कि आम आदमी के प्रचार वाहन में ऑटो रिक्शा सबसे ज्यादा रहे, जबकि कांग्रेस और भाजपा ने लग्जरी गाड़ियां और दूसरे बड़े वाहनों पर जोर दिया था।
Published on:
14 Mar 2019 09:32 pm
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