मंडलीय सुरक्षा समिति का मानना है कि अब पूर्व विधायक के जीवन को असुरक्षा महसूस नहीं की जा रही। ऐसे में उन्हें सुरक्षा मुहैया कराए जाने का कोई औचित्य नहीं। जब वह कोर्ट में उपस्थित होने के लिये जाएंगे तो उन्हें पुलिस सुरक्षा मुहैया कराएगी। इस संबंध में वाराणसी के वरुणा पार डीसीपी की ओर से एमपी एमएलए कोर्ट इलाहाबाद को पत्र भेजकर अवगत भी करा दिया गया है।
बताते चलें कि अजय राय ने कुछ दिन पहले ही मुख्तार अंसारी से जान का खतरा बताया था। उन्होंने कहा थाा कि वह अपने भाई अवधेश राय की हत्या के गवाह हैं, इसलिये उनकी जान को खतरा है। बताते चलें कि अजय राय के भाई अवधेश राय की हत्या का आरोप मुख्तार अंसारी पर है।