11 दिसंबर 2025,

गुरुवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

सांसद बनने के बाद भी बीएसपी नेता को जाना होगा जेल, पुलिस कर रही तलाश

लोकसभा चुनाव 2019 में मिली हे जीत, जानिए क्या है कहानी

2 min read
Google source verification
Banartas Police

Banartas Police

वाराणसी. चुनाव जितने के बाद सारे प्रत्याशी लोकसभा जाने की तैयारी में है लेकिन एक बीएसपी नेता ऐसे हैं जिन्हें पहले जेल जाना पड़ सकता है। बीएसपी नेता पर रेप करने का आरोप है और उनकी गिरफ्तारी से बचने की याचिका को हाईकोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक ने खारिज कर दी है। पुलिस काफी समय से बीएसपी नेता की तलाश में जुटी है। बीएसपी नेता कोर्ट में सरेंडर करते या फिर गिरफ्तार होते हैं। दोनों ही स्थिति में उन्हें जेल की हवा खानी होगी।
यह भी पढ़े:-पीएम नरेन्द्र मोदी की सुनामी में भी इस बाहुबली ने बचायी दो सीट, विधानसभा चुनाव में भी नहीं हरा पायी थी बीजेपी

IMAGE CREDIT: Patrika

बाहुबली मुख्तार अंसारी के खास माने जाने वाले अतुल राय की यही कहानी हो गयी है। अखिलेश यादव व मायावती के महागठबंधन ने बसपा नेता अतुल राय को घोसी संसदीय सीट से टिकट दिया था। टिकट मिलने के बाद ही यूपी कॉलेज की पूर्व छात्रा ने बीएसपी नेता पर रेप करने का आरोप लगाते हुए बनारस के लंका थाने में मुकदमा दर्ज कराया था जिसके बाद से पुलिस अतुल राय की तलाश में जुटी हुई है। नामांकन करने के बाद से अतुल राय फरार हैं और गिरफ्तारी से बचने के लिए हाईकोर्ट व सुप्रीम कोर्ट तक की शरण में जा चुके हैं, लेकिन उन्हें राहत नहीं मिल पायी है। पुलिस से बचने के लिए अतुल राय इन दिनों भूमिगत हो गये हैं, जिसके चलते अपने क्षेत्र में चुनाव प्रचार तक नहीं कर पाये। घोसी की जनता ने अतुल राय को संसद तो पहुंचा दिया है लेकिन उनका जेल जाना तय है।
यह भी पढ़े:-विजय मिश्रा के गढ़ में बाहुबली रमाकांत यादव को लगा अब तक का सबसे बड़ा झटका

लोकसभा चुनाव में अतुल राय को मिले थे 50.3 प्रतिशत वोट
रेप के आरोप में फंसने के बाद भी अतुल राय को जनता को भरपूर समर्थन मिला है। घोसी संसदीय सीट पर अतुल राय को कुल 50.3 प्रतिशत वोट मिले थे। इस सीट पर बीजेपी ने अपने पूर्व में जीत प्रत्याशी हरिनारायन राजभर का टिकट काट दिया था। बीजेपी चाहती थी कि सुभासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर इस सीट पर बीजेपी के सिंबल से चुनाव लड़े। ओमप्रकाश राजभर ने इससे इंकार करते हुए बीजेपी से गठबंधन तोड़ते हुए अपने प्रत्याशी खड़े किये थे। इसके बाद बीजेपी ने हरिनारायन राजभर को फिर से प्रत्याशी बनाया था। हरिनारायन को लेकर जनता में नाराजगी थी जिसका सीधा फायदा गठबंधन प्रत्याशी अतुल राय को हुआ। अतुल राय को 573829 वोट मिले। जबकि बीजेपी प्रत्याशी हरिनारायन 451261 को इतने मत मिले थे।
यह भी पढ़े:-पीएम नरेन्द्र मोदी मंत्रिमंडल में मनोज सिन्हा को मिल सकती है जगह, दिल्ली बुलाये गये