वाराणसी

Live: pravasi bhartiya divas: प्रधानमंत्री ने प्रवासियों को बताया भारत का ब्रांड अम्बेस्डर, कहा लोगों को भारत आने के लिए प्रेरित करें

कार्यक्रम के दौरान सांसद और अभिनेत्री हेमा मालिनी नृत्यनाटिका प्रस्तुती करेंगी

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Pm modi

वाराणसी. पीएम नरेंद्र मोदी ने वाराणसी में आयोजित 15वें प्रवासी भारतीय सम्मेलन का उद्घाटन किया। पीएम मोदी ने प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन में कोसंबोधित करते हुए 150 से देशों से आए 5000 NRI का अभिनंनद किया साथ ही बताया कि वे काशी में अपने पूर्वजों की मिट्टी से खींचे चले आए हैं। वहीं जिन्हें प्रवासी भारतीय सम्मान मिलने वाला है उन्हें अपनी ओर से अग्रिम शुभकामनाएं दी। कहा कि आज का दिन मेरे लिए भी विशेष है।

मैं यहां आपके सामने प्रधानमंत्री के साथ-साथ काशी का सांसद होने के नाते, एक मेज़बान के रूप में भी उपस्थित हुआ हूं। बाबा विश्वनाथ और मां गंगा का आशीर्वाद आप सभी पर बना रहे, मेरी यही कामना है।
वहीं पीएम मोदी ने डॉक्टर श्री श्री श्री शिवकुमार स्वामी जी के निधन पर अपना शोक व्यक्त करते हुए बताया कि टुमकूर के श्री सिद्धगंगा मठ में मुझे कई बार उनसे आशीर्वाद लेने का अवसर मिला था। कहा कि जब भी उनसे मिलता था वह बेटे की तरह अपना प्यार मुझ पर दिखाते थे। कहा कि मानव कल्याण के लिए उनके योगदान को देश हमेशा याद रखेगा।

NRI को सम्बोधित करते हुए कहा कि आप सभी के सहयोग से बीते साढ़े 4 वर्षों में भारत ने दुनिया में अपना स्वभाविक स्थान पाने की दिशा में एक बड़ा कदम बढ़ाया है। पहले लोग कहते थे कि भारत बदल नहीं सकता। हमने इस सोच को ही बदल दिया है। हमने बदलाव करके दिखाया है। कहा कि मैं आपको भारत का ब्रैंड एंबेसेडर मानने के साथ ही भारत के सामर्थ्य और भारत की क्षमताओं, देश की विशेषताओं का प्रतीक भी मानता हूं।


इसलिए ही आप अभी जिस देश में रह रहे हैं, वहां के समाज को भी आपने अपनापन दिया है। वहां की संस्कृति और अर्थव्यवस्था को समृद्ध किया है। आपने वसुधैव कुटुंबकम के भारतीय दर्शन का, हमारे पारिवारिक मूल्यों का विस्तार किया है। आज भारत अनेक मामलों में दुनिया की अगुवाई करने की स्थिति में है। इंटरनेश्नल सोलर अलायंस यानि आइसा ऐसा ही एक मंच है। इसके माध्यम से हम दुनिया को One World, One Sun, One Grid की तरफ ले जाना चाहते हैं। ये हमारे उस लक्ष्य का भी हिस्सा है जिसके तहत हम भारत की समस्याओं के ऐसे समाधान तैयार कर रहे हैं, जिनसे दूसरे देशों की मुश्किलें भी हल हो सकें। लोकल सोल्यूशन, ग्लोबल अप्लीकेशन की अप्रोच के साथ हम काम कर रहे हैं।


आप में से अनेक लोगों ने हमारे देश के एक पूर्व प्रधानमंत्री की भ्रष्टाचार को लेकर कही एक बात जरूर सुनी होगी। उन्होंने कहा था कि केंद्र सरकार दिल्ली से जो पैसा भेजती है, उसका सिर्फ 15 प्रतिशत ही लोगों तक पहुंच पाता है। इतने वर्ष तक देश पर जिस पार्टी ने शासन किया, उसने देश को जो व्यवस्था दी थी, उस सच्चाई को उन्होंने स्वीकारा था। लेकिन अफसोस ये रहा कि बाद के अपने 10-15 साल के शासन में भी इस लूट को, इस लीकेज को बंद करने का प्रयास नहीं किया गया। देश का मध्यम वर्ग ईमानदारी से टैक्स देता रहा, और जो पार्टी इतने सालों तक सत्ता में रही, वो इस 85 प्रतिशत की लूट को देखकर भी अनदेखा करती रही।


कहा कि आप अंदाजा लगाइए कि अगर देश पुराने तौर तरीकों से ही चल रहा होता तो आज भी इस 5 लाख 78 हजार करोड़ रुपए में से 4 लाख 91 हजार करोड़ रुपए लीक हो रहा होते। अगर हम व्यवस्था में बदलाव नहीं लाए होते ये राशि उसी तरह लूट ली जाती, जैसे पहले लूटी जाती थी। ये कार्य पहले भी हो सकता था, लेकिन नीयत नहीं थी, इच्छाशक्ति नहीं थी। हमारी सरकार अब उस रास्ते पर चल रही है कि सरकार द्वारा दी जाने वाली हर मदद डायरेक्ट बेनिफिट स्कीम के तहत सीधे लाभार्थी के बैंक खाते में ट्रांसफर की जाए।


कहा कि मैं आपको एक और आंकड़ा देता हूं। पिछले साढ़े चार साल में हमारी सरकार ने करीब-करीब 7 करोड़ ऐसे फर्जी लोगों को पहचानकर, उन्हें व्यवस्था से हटाया है. ये 7 करोड़ लोग वो थे, जो कभी जन्मे ही नहीं थे, जो वास्तव में थे ही नहीं। लेकिन ये 7 करोड़ लोग सरकारी सुविधाओं का लाभ ले रहे थे। आप सोचिए, पूरे ब्रिटेन में, फ्रांस में, पूरे इटली में जितने लोग हैं, ऐसे अनेक देशों की जनसंख्या से ज्यादा तो हमारे यहां वो लोग थे, जो सिर्फ कागजों में जी रहे थे और कागजों में ही सरकारी सुविधाओं का लाभ ले रहे थे।


कहा कि मैं इस मंच पर पहले भी कह चुका हूं और आज फिर दोहराना चाहता हूं कि आप जिस भी देश में रहते हैं वहां से अपने आसपास के कम से कम 5 परिवारों को भारत आने के लिए प्रेरित करें। आपका ये प्रयास, देश में पर्यटन बढ़ाने में अहम भूमिका निभाएगा। वहीं पीएम मोदी ने कहा कि आपकी सोशल सिक्योरिटी के साथ-साथ पासपोर्ट, वीज़ा, PIO और OCI कार्ड को लेकर भी तमाम प्रक्रियाओं को आसान करने का प्रयास सरकार कर रही है। प्रवासी भारतीयों के लिए कुछ महीने पहले ही एक नया कदम भी उठाया गया है। दुनियाभर में हमारी Embassies और Consulates को पासपोर्ट सेवा प्रोजेक्ट से जोड़ा जा रहा है। इससे आप सभी के लिए पासपोर्ट सेवा से जुड़ा एक Centralized System तैयार हो जाएगा. बल्कि अब तो एक कदम आगे बढ़ते हुए चिप बेस्ड e-Passport जारी करने की दिशा में भी काम चल रहा है।


पासपोर्ट के साथ-साथ वीज़ा से जुड़े नियमों को भी सरल किया जा रहा है। e-VISA की सुविधा मिलने से आपके समय की बचत भी हो रही है और परेशानियां भी कम हुई हैं। अभी भी अगर कोई समस्याएं इसमें हैं तो उसके सुधार के लिए भी कदम उठाए जा रहे हैं। आप में अनेक इस बात से भी परिचित होंगे कि हमारी सरकार ने PIO Cards को OCI Cards में बदलने की प्रक्रिया को भी आसान बनाया है।

अटलजी ने शुरू किया था प्रवासी भारतीय दिवस
इससे पहले सोमवार को उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने तीन दिवसीय (21 से 23 जनवरी तक) प्रवासी सम्मेलन का उद्घाटन किया था। इस दौरान योगी ने कहा- ये आयोजन 2003 में अटलजी ने शुरू किया था। अब ये पूरे भारत को एक साथ जोड़ने का मौका देगा।

Updated on:
22 Jan 2019 01:31 pm
Published on:
22 Jan 2019 10:55 am
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