
Dr Praveen Togadia
वाराणसी. पर्दे के पीछे से शिवपाल यादव व राजा भैया के सहारे अखिलेश यादव व मायावती के संभावित महागठबंधन में सेंधमारी में जुटी बीजेपी को डॉ प्रवीण तोगडिय़ा ने सबसे बड़ा झटका दिया है। प्रवीण तोगड़िया अब नयी पार्टी बनाने जा रहे हैं और बीजेपी के ही सहयोगी दल से गठबंधन करके लोकसभा चुनाव 2019 लड़ेंगे। बीजेपी के लिए बड़ा झटका माना जा सकता है क्योंकि अब हिन्दुत्व का कार्ड खेल रहे भगवा दल को अपना परम्परागत वोट बैंक बचाने की भी लड़ाइ लडऩी होगी। सबसे अधिक दिक्कत पीएम नरेन्द्र मोदी को हो सकती है क्योंकि पीएम को घेरने के लिए बनारस से भी प्रत्याशी उतराने की योजना बनायी गयी है।
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डॉ प्रवीण तोगड़िया ने हिन्दूवादी पार्टी के नाम से नया दल बनाने की तैयारी की है। प्रवीण तोगड़िया ने उद्वव ठाकरे की पार्टी शिवसेना के साथ मिल कर चुनाव लडऩे की तैयारी की है। चुनाव का सिर्फ एक एजेंडा राम मंदिर होगा। बीजेपी से नाराज चल रही शिवसेना इस मुद्दे पर प्रवीण तोगड़िया के साथ आराम से आ सकती है। सबसे अधिक परेशानी पीएम मोदी को हो सकती है। शिवसेना ने पहले ही बनारस से लोकसभा चुनाव प्रत्याशी उतराने की बात कही थी अब गठबंधन के तहत प्रत्याशी उतारा जा सकता है।
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पूर्वांचल में अखिलेश व मायावती को होगा लाभ, बीजेपी की उड़ जायेगी नीद
प्रवीण तोगड़िया की पार्टी व शिवसेना के नाम से गठबंधन होने से बीजेपी की पूर्वांचल में नीद उडऩी तय है। उत्तर भारतीयों पर हमले के कारण शिवसेना के प्रत्याशी को पूर्वांचल में सफलता नहीं मिलती है लेकिन डॉ प्रवीण तोगड़िया का साथ मिल जाने पर स्थिति बदल सकती है। चुनाव का मुख्य एजेंडा राम मंदिर होगा। इस पर हिन्दू वोटरों को एक करने में आसानी हो सकती है। प्रवीण तोगड़िया व शिवसेना का गठबंधन भले ही चुनाव जीत नहीं पाये, लेकिन बीजेपी का समीकरण बिगाड़ सकता है। इसका सबसे अधिक लाभ अखिलेश यादव व मायावती के महागठबंधन को होगा।
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Published on:
22 Oct 2018 06:16 pm
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