24 दिसंबर 2025,

बुधवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

अयोध्या के बाद अब काशी पर फोकस, इन मुद्दों पर भी चर्चा करेंगे देशभर के संत

- 2 और 3 जनवरी को काशी में इक्ट्ठा होंगे देशभर के संत- 'काशी विश्वनाथ मुक्ति' पर मंथन और लव-जिहाद पर भी बनेगी रणनीति

less than 1 minute read
Google source verification
photo_2020-12-15_16-21-00.jpg

अखिल भारतीय संत समिति के राष्ट्रीय महामंत्री स्वामी जीतेन्द्रानन्द सरस्वती की तरफ से बैठक में शामिल होने के लिए संतों को आमंत्रण पत्र भी भेजा जा चुका है

पत्रिका न्यूज नेटवर्क
वाराणसी. अखिल भारतीय संत समिति की राष्ट्रीय कार्यकारिणी ने 02 और 03 जनवरी को काशी में संतों की बड़ी बैठक बुलाई है। हनुमान प्रसाद पोद्दार, अंध विद्यालय, दुर्गाकुंड में दो जनवरी को सुबह 11 बजे से संतों की बैठक शुरू होगी जो तीन जनवरी को दोपहर तीन बजे तक चलेगी। बैठक में काशी विश्वनाथ मंदिर व राम जन्मभूमि मंदिर निर्माण पर चर्चा के साथ ही लव जिहाद और हिंदू-पहचान संरक्षण बिल जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर भी चर्चा की जाएगी। इसके अलावा नेपाल में सामाजिक, धार्मिक कूटनीति, काशी काठमांडू, अवध जनकपुरी में संत बैठक पर विमर्श, पुजारी प्रशिक्षण केंद्र और अल्पसंख्यक की परिभाषा आदि के मुद्दों पर चर्चा प्रमुखता से चर्चा की जाएगी।

अखिल भारतीय संत समिति के राष्ट्रीय महामंत्री स्वामी जीतेन्द्रानन्द सरस्वती की तरफ से बैठक में शामिल होने के लिए संतों को आमंत्रण पत्र भी भेजा जा चुका है। संतों के अलावा इस बैठक में आरएसएस और विश्व हिंदू परिषद के अधिकारी शामिल होंगे। जानकारी के मुताबिक, बैठक के लिए योगगुरु बाबा रामदेव और आर्ट ऑफ लिविंग के प्रमुख श्री श्री रविशंकर को भी आमंत्रित किया गया है।