12 दिसंबर 2025,

शुक्रवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

UP By Election Result: समाजवादी पार्टी ने जीता गोरखपुर-फूलपुर उपचुनाव, सबसे मजबूत गढ़ भी नहीं बचा सकी BJP

गोरखपुर में सपा के प्रवीण निषाद 21961 व फूलपुर में नागेन्द्र सिंह पटेल 59613 वोटों से जीते, दोनों जगह दूसरे नंबर पर रही भाजपा।

2 min read
Google source verification
Praveen Nishad Nagendra Singh Patel

प्रवीण निषाद और नागेन्द्र सिंह पटेल

इलाहाबाद/गोरखपुर. त्रिपुरा, मेघालय और नागालैंड की जीत का असर यूपी के उपचुनाव पर नहीं दिखा। गोरखपुर और फूलपुर जैसी वीवीआईपी लोकसभा सीट पर उपचुनाव पर बीजेपी की बड़ी हार हुई है। इलाहाबाद की फूलपुर संसदीय सीट पर भाजपा के कौशलेन्द्र सिंह समाजवादी पार्टी के नागेन्द्र सिंह पटेल से 59 हजार 613 वोटों से हार गए। इसी तरह गोरखपुर सीट पर भी बीजेपी के उपेन्द्र दत्त शुक्ल को भाजपा के प्रवीण निषाद ने 21 हजार 961 वोटों से हरा दिया। गोरखपुर और फूलपुर की सीट मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और डिप्टी सीएम केशव मौर्य के इस्तीफे के बाद खाली हुई। दोनों सीटों पर 2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने करीब तीन लाख से अधिक वोटों से जीत हासिल की थी।


गोरखपुर में 25 राउंड की गिनती में समाजवादी पार्टी के प्रवीण निषाद को चार लाख 56 हजार 937 वोट मिले, जबकि भाजपा के उपेन्द्र दत्त शुक्ल चार लाख 34 हजार 476 वोट पाकर दूसरे स्थान पर रहे। कांग्रेस की प्रत्याशी डॉ. सुरहिता करीम को जमानत भी नहींं बचा पायीं। इसी तरह फूलपुर में सपा प्रत्याशी नागेन्द्र सिंह पटेल तीन लाख 42 हजार 922 वोट पाकर जीते, जबकि दूसरे नंबर पर रहे भाजपा प्रत्याशी को कौशलेन्द्र सिंह पटेल को दो लाख 83 हजार 462 वोट मिले। बाहुबली अतीक ने 48 हजार 94, जबकि कांग्रेस कैंडिडेट मनीष मिश्रा 19 हजार 353 वोट पाकर जमानत भी नहीं बचा पाए।


काउंटिंग शुरू होने पर सुबह गोरखपुर में भाजपा आठ राउंड तक बढ़त बनाए हुई थी। पहले राउंड के बाद यहां परिणाम घोषित नहीं किया गया, प्रशासन ने मीडिया को भी बाहर कर दिया। हंगामा हुआ तब जाकर नवें राउंड की जानकारी दी गयी, जिसमें सपा ने 1648 वोटों से बढ़त बना ली, जो लगातार जारी रही। उधर फूलपुर में सपा शुरू से लीड बनाए हुए थी। यहां शाम चार बजे तक सपा 39,640 वोटों से बीजेपी से आगे थी, जबकि गोरखपुर में यह लीड 25 हजार से ज्यादा की थी। 32 राउंड की गिनती के बाद शाम करीब पांच बजे रिजल्ट फूलपुर सीट पर सपा की जीत का ऐलान कर दिया गया। गोरखपुर सीट का रिजल्ट साढ़े पांच बजे घोषित हुआ और दोनों सीटें बीजेपी ने जीत लीं।


उपचुनाव में भाजपा मोदी और योगी के नाम पर जीतना चाहती थी, जबकि सपा ने बीजेपी को हराने के लिये जातीय समीकरण को ध्यान में रखते हुए योजना बनायी थी जो सफल हुई। सपा ने गोरखपुर में निषाद दल और पीस पार्टी जैसे छोटे दलों से गठजोड़ कर निषाद पार्टी प्रमुख के बेटे प्रवीण निषाद को ही मैदान में उतारा तो बीजेपी ने यहां ब्राह्मण चेहरे उपेन्द्रदत्त शुक्ला पर दांव खेला।

दूसरी ओर ओबीसी बाहुल्य फूलपुर सीट पर पटेल वोटों की अधिकता को देखते हए सपा ने जहां नागेन्द्र सिंह पटेल को उतारा तो भाजपा ने वाराणसी के मेयर रहे कौशलेन्द्र सिंह पटेल को उनके मुकाबले खड़ा कर दिया। यहां सपा का खेल बिगाड़ने के लिये पहले कांग्रेस और उसके बाद बाहुबली अतीक अहमद निर्दलीय मैदान में आ गए। ऐसा माना जा रहा था कि फूलपुर में अतीक के आने के बाद सपा हार जाएगी। यहां करीब सवा दो लाख मुस्लिम वोटों के बंट जाने का खतरा बताया जाने लगा। पर इसी दौरान सपा के लिये अच्छी बात हुई कि बसपा ने उसे समर्थन दे दिया। इसके अलावा रालोद और वामदल जैसी पार्टियां भी साथ आ गयीं। गोरखपुर सीट पर सपा ने पहली बार जीत हासिल की है। जातीय समीकरण और बसपा समेत दलों से गठबंधन के लते सपा ने दोनों ही सीटों पर उपचुनाव जीत लिया।