गोरखपुर में 25 राउंड की गिनती में समाजवादी पार्टी के प्रवीण निषाद को चार लाख 56 हजार 937 वोट मिले, जबकि भाजपा के उपेन्द्र दत्त शुक्ल चार लाख 34 हजार 476 वोट पाकर दूसरे स्थान पर रहे। कांग्रेस की प्रत्याशी डॉ. सुरहिता करीम को जमानत भी नहींं बचा पायीं। इसी तरह फूलपुर में सपा प्रत्याशी नागेन्द्र सिंह पटेल तीन लाख 42 हजार 922 वोट पाकर जीते, जबकि दूसरे नंबर पर रहे भाजपा प्रत्याशी को कौशलेन्द्र सिंह पटेल को दो लाख 83 हजार 462 वोट मिले। बाहुबली अतीक ने 48 हजार 94, जबकि कांग्रेस कैंडिडेट मनीष मिश्रा 19 हजार 353 वोट पाकर जमानत भी नहीं बचा पाए।
काउंटिंग शुरू होने पर सुबह गोरखपुर में भाजपा आठ राउंड तक बढ़त बनाए हुई थी। पहले राउंड के बाद यहां परिणाम घोषित नहीं किया गया, प्रशासन ने मीडिया को भी बाहर कर दिया। हंगामा हुआ तब जाकर नवें राउंड की जानकारी दी गयी, जिसमें सपा ने 1648 वोटों से बढ़त बना ली, जो लगातार जारी रही। उधर फूलपुर में सपा शुरू से लीड बनाए हुए थी। यहां शाम चार बजे तक सपा 39,640 वोटों से बीजेपी से आगे थी, जबकि गोरखपुर में यह लीड 25 हजार से ज्यादा की थी। 32 राउंड की गिनती के बाद शाम करीब पांच बजे रिजल्ट फूलपुर सीट पर सपा की जीत का ऐलान कर दिया गया। गोरखपुर सीट का रिजल्ट साढ़े पांच बजे घोषित हुआ और दोनों सीटें बीजेपी ने जीत लीं।
उपचुनाव में भाजपा मोदी और योगी के नाम पर जीतना चाहती थी, जबकि सपा ने बीजेपी को हराने के लिये जातीय समीकरण को ध्यान में रखते हुए योजना बनायी थी जो सफल हुई। सपा ने गोरखपुर में निषाद दल और पीस पार्टी जैसे छोटे दलों से गठजोड़ कर निषाद पार्टी प्रमुख के बेटे प्रवीण निषाद को ही मैदान में उतारा तो बीजेपी ने यहां ब्राह्मण चेहरे उपेन्द्रदत्त शुक्ला पर दांव खेला।