
Sculpture of Samudr manthan
वाराणसी. पर्यावरण कुंभ कई मायनों में अभूतपूर्व होने जा रहा है। इसमें एक से बढ़ कर एक कलाकृतियों का नमूना देखने को मिलेगा। इसमें महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के फाइन आर्ट्स के विद्यार्थियों का स्कल्पचर विशेष आकर्षण होगा। इसके अलावा ग्रीन इंडिया के माध्यम से ग्रीन डीड से बच्चों से बड़ों तक सामाजिक प्राकृतिक दोहन के बाबत अपनी प्रस्तुति देंगे।
महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के फाइन आर्ट के विद्यार्थी तो अपनी मुहिम में जुट भी गए हैं। काफी हद तक अपनी विधा को मूर्त रूप भी दे दिया है। ये विद्यार्थी पर्यावरण कुंभ में रेत से समुद्र मंथन का परिदृश्य उकेरने में जुटे हैं। उनका यह स्कल्पचर पर्यावरण कुंभ के मुख्य पंड़ाल के निकट दिखेगा। गंगा के रेत से समुद्र मंथन की आकृति बनाने में जुटे छात्रों ने बताया कि कोशिश हैं कि कलाकृति से काशी का नाम वैश्विक फलक पर पहुंचे। इस अभियान के अगुवा बीएफए (फाइन आर्ट) चतुर्थ सेमेस्टर के छात्र रूपेश सिंह ने बताया कि प्रयास हैं कि इसके जरिए विश्व रिकार्ड बनाया जाय। समुद्र मंथन की आकृति उकरने वाली टीम में रागिनी शर्मा,मयंक शुक्ला,प्रगति तिवारी,सुनीता मौर्य, जितेंद्र वर्मा, संदीप शर्मा, तुषार चौधरी शामिल हैं।
उधर पर्यावरण की समस्या व समाधान के बारे में ग्रीन इंडिया के माध्यम से ग्रीन डीड बच्चों से बड़ों तक सामाज और प्राकृति के अनावश्यक दोहन को बचाने का प्रयास भी दिखेगा। गंगा मिशन के द्वारा जल प्रदूषण से बचाव,बच्चों के लिए फूल डोम,वन विभाग के स्टाल आदि के साथ बच्चों के लिए मुख्य आकर्षण के केंद्र होंगे। इस कार्यक्रम से विज्ञान व पर्यावरण के क्षेत्र में कार्य करने वालों को काफी जानकारियां मिलेंगी। प्रत्येक व्यक्ति को पर्यावरण के प्रति विस्तृत जानकारी देने के उद्देश्य से यह काफी महत्वपूर्ण होगा।
इस पर्यावरण कुंभ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, लालजी टंडन, केंद्रीय पर्यावरण व सांस्कृतिक मंत्री महेश शर्मा के साथ साथ केंद्र व प्रदेश सरकार के कई मंत्री भाग लेंगे।
Published on:
29 Nov 2018 06:15 pm
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