
2000 Rupee Note: केंद्र की मोदी सरकार ने 2000 रुपये के नोट को लेकर बड़ा फैसला लिया है। 19 मई की शाम से इन नोटों को चलन से बाहर कर दिया गया। इसके बाद लोगों में उलझन बढ़ी है। हालांकि आरबीआई ने इन्हें खपाने के लिए 30 सितंबर तक समय दिया है। इसके साथ ही बड़े नोट दबाए बैठे लोग इसे बदलने की जुगत में जुट गए हैं। उधर, दुकानदार भी इन नोटों को लेने से बच रहे हैं। इसे लेकर शनिवार को कई जगह से नोक-झोंक की खबरें भी आईं। फिलहाल यह नोट प्रचलन में रहेंगे, लेकिन उसे खपाने के लिए रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) ने 30 सितंबर तक की समयसीमा तय की है।
कालाधन खपाने वाले होंगे परेशान, उद्यमी-कारोबारी खुश
एक हिंदी न्यूज वेबसाइट के अनुसार दो हजार रुपये के नोट चलन से बाहर किए जाने के रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) के फैसले का उद्यमी और कारोबारियों ने स्वागत किया है। उनका कहना है कि जिन लोगों ने रुपये डंप किए हैं, वही प्रभावित होंगे। इस फैसले का असर सामान्य कारोबारी या जनता पर नहीं पड़ेगा।
कालाधन खपाने वाले लोग ही परेशान होंगे। आरबीआई के पास नोटों की कमी थी। इस संकट से उबरने के लिए फैसला जरूरी था। इससे डिजिटल लेनदेन को बढ़ावा मिलेगा। बड़ी मुद्रा को चलन से बाहर करने के लिए पर्याप्त समय दिया गया है।
पहले से तय था फैसला
एक हिंदी न्यूज वेबसाइट के साथ बातचीत में वाराणसी के उद्यमी आरके चौधरी ने कहा कि आरबीआई ने जो फैसला अब लिया है, वह पहले से तय था। वाराणसी सहित पूर्वांचल के आसपास के जिलों के एटीएम से लंबे समय से दो हजार के नोट नहीं मिल रहे थे। पांच सौ, दो सौ और सौ रुपये के नोट ही निकल रहे थे। उम्मीद जताई जा रही थी कि दो हजार रुपये के नोट चलन से बाहर होंगे। अब इस पर आरबीआई ने मुहर लगा दी। इस फैसले का असर उद्योग जगत पर नहीं पड़ेगा। आरबीआई का कदम स्वागत योग्य है। अब ज्यादातर लेनदेन डिजिटल हो चुका है।
कारोबारी सुरेश तुलस्यान ने कहा कि अब 80 फीसदी काम डिजिटल हो चुका है। नोटों के चलन से बाहर होने का प्रभाव उद्योग और व्यापार पर नहीं पड़ेगा। जो हवाला कारोबारी हैं, वही परेशान होंगे। सीए जय प्रधवानी दो हजार रुपये के नोटों के चलन के बाहर होने से भ्रष्टाचार परेशान होंगे। बड़ी मात्रा में नोट डंप करके रखे गए हैं। आरबीआई ने जितने नोट बाजार में भेजे थे, वह वापस नहीं आए हैं। तमाम लोगों ने डंप करके रखे हैं। अब जमा करना पड़ेगा।
सीए सतीश जैन ने कहा कि फैसले से समाज में अस्थिरता आएगी। पिछली बार नोटबंदी के दौरान कई लोगों को इनकम टैक्स विभाग ने नोटिस भेजा जा था। कइयों के मामले आज तक हल नहीं हुए हैं। लघु उद्योग भारती काशी प्रांत के उद्यमियों व व्यापारियों ने आरबीआई के निर्णय का समर्थन किया है। संगठन के अध्यक्ष राजेश कुमार सिंह ने कहा कि 2000 का नोट भ्रष्टाचार और काले धन को जन्म दे रहा था।
Updated on:
20 May 2023 09:11 pm
Published on:
20 May 2023 09:10 pm
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