जीआरपी सीओ कुंवर प्रताप सिंह ने बताया कि माघ मेला को लेकर जीआरपी अलर्ट मोड पर है। स्टेशन सर्कुलेटिंग एरिया प्लेटफार्म और ट्रेनों में सघन चेकिंग की जा रही है। इसी क्रम में मालदा डाउन एक्सप्रेस में चेकिंग के दौरान बोगी संख्या S2 और s3 में लावारिस बोरे देखे गए। यात्रियों से पूछताछ पर किसी ने कोई जानकारी नहीं दी। तब इन बोरों को खोला गया। जिसे देखकर के जीआरपी दंग रह गई ।इन बोरों में जिंदा कछुए बरामद किए गए।
अंतर्राष्ट्रीय बाजार में है कछुओं की भारी मांग बरामद किए गए कछुवे अंतर्राष्ट्रीय मार्केट में बेचे जाने के लिए ले जाए जा रहे थे ।इन कछुओं की पश्चिम बंगाल के रास्ते मलेशिया, थाईलैंड, इंडोनेशिया, सिंगापुर आदि देशों में सप्लाई की जाती है जहां सेक्स वर्धक दवाओं के साथ-साथ इनका खाने में भी इस्तेमाल किया जाता है। जीआरपी सीओ के अनुसार इंटरनेशनल मार्केट में इन कछुओं की कीमत 1 करोड़ से ज्यादा हो सकती है। उन्होंने कहा कि कल 337 कछुओं को पकड़ा गया है और इन्हें वन विभाग को सौंप दिया गया है। इन कछुओं को कहां से लाकर कहां पहुंचाया जा रहा था इसकी अभी जानकारी नहीं मिल पाई है। तस्करों की तलाशी की जा रही है जब वह पकड़े जाएंगे तभी कुछ जानकारी मिल पाएगी।