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BREAKING-UP Board हाईस्कूल और इंटर का रिजल्ट तैयार, जानें किस दिन होगा घोषित

बोर्ड सचिव नीना श्रीवास्तव ने पत्रिका से बातचीत में दी जानकारी, जानिए क्या कहा...

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यूपी बोर्ड

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वाराणसी. माध्यमिक शिक्षा परिषद की हाईस्कूल और इंटर का परीक्षाफल तैयार हो गया है। अब बस घोषित होना बाकी है। इस रिजल्ट के बाबत बोर्ड की सचिव नीना श्रीवास्तव ने पत्रिका संग बातचीत में रिजल्ट घोषणा की तिथि का उल्लेख किया। बताया कि दोनों ही कक्षाओं के रिजल्ट एक साथ इलाहाबाद से घोषित किए जाएंगे। बता दें कि इस बार रिकार्ड समय में परीक्षा संपन्न हुई, वित्त विहीन शिक्षकों के विरोध के बावजूद समय से मूल्यांकन भी हो गया। अब रिजल्ट भी तैयायर हो गया है।

बता दें कि यूपी बोर्ड के इतिहास में इतनी जल्दी कभी भी परीक्षा परिणा की घोषणा नहीं हुई है। नीना श्रीवास्तव ने पत्रिका को बताया कि यूपी बोर्ड के हाईस्कूल और इंटर का परीक्षाफल 29 अप्रैल को घोषित होगा। परीक्षाफल तैयार हो चुका है। यहां यह भी बता दें कि पत्रिका ने सबसे पहले यह सूचना दी थी कि इस बार यूपी बोर्ड का परीक्षाफल अप्रैल के अंतिम सप्ताह में घोषित हो जाएगा।

यूपी बोर्ड के क्षेत्रीय कार्यालय, वाराणसी के अपर सचिव सतीश सिंह ने 26 मार्च को पत्रिका से खास बातचीत में यह जानकारी दी थी। उन्होंने बताया था कि वाराणसी कार्यालाय से संबद्ध कुल 15 जिलों में 58 मूल्यांकन केंद्र बनाए गए हैं। इसमें 31 हाईस्कूल और 27 इंटर के मूल्यांकन केंद्र है। इसमें कुल 24006 परीक्षक 17 मार्च से उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यायंकन कर रहे हैं। इसमें हाईस्कूल में उप प्रधान परीक्षकों की संख्या 1732 और सहायक परीक्षकों की संख्या 6999 है जबकि इंटर में 1486 उप प्रधान परीक्षक और 13,789 सहायक परीक्षक हैं। कहा कि निर्धारित शेड्यूल के तहत 27 मार्च तक मूल्याकंन पूरा होना है। हम अपना लक्ष्य पूरा कर लेंगे। छूटी-छटकी कापियों का मूल्यांकन भी एक-दो दिन में करा लिया जाएगा। बता दें कि 2018 की हाई स्कूल व इंटर की परीक्षा के लिए लगभग 66लाख परीक्षार्थी पंजीकृत हुए थे जिसमें से 10 लाख परीक्षार्थियों ने सख्ती के चलते परीक्षा छोड़ दी।

बता दें कि इस बार यूपी बोर्ड ने सबसे पहले 16 फरवरी से ही परीक्षाएं शुरू करा दी थीं। ठीक इसी तरह सबसे पहले 17 मार्च से मूल्यांकन भी शुरू करा दिया था। यूपी बोर्ड और शासन दोनों की मंशा साफ है कि इस बार रिजल्ट देने में रिकार्ड कायम किया जाए। इसके तहत 25 से 27 अप्रैल के बीच हाईस्कूल और इंटर के रिजल्ट घोषित कर देगा जो रिकार्ड होगा। अब तक के यूपी बोर्ड के इतिहास में अप्रैल में कभी भी रिजल्ट घोषित नहीं किया जा सका था। 2017 में ही नौ जून को रिजल्ट आया था। हालांकि तब यूपी में विधानसभा चुनावों के चलते साल की परीक्षा विधानसभा चुनावों के चलते परीक्षा16 मार्च से शुरू हुई थी। हाईस्कूल की परीक्षा पहली अप्रैल को खत्म हुई जबकि इंटर की परीक्षा 21 अप्रैल को। इसके बाद 27 अप्रैल से मूल्यांकन शुरू हुआ था।


क्षेत्रीय सचिव ने बताया कि यहां से रिजल्ट बनाने वाली कंप्यूटर फर्म को तीन चरण में एवार्ड ब्लैंक भेजे जाते हैं जिसके तहत पहले चरण का एवार्ड ब्लैंक भेजा जा चुका है। दूसरे चरण का एवार्ड ब्लैंक 27, तीसरे चरण का पहली अप्रैल को भेजा जाएगा। उन्होंने कहा कि शेष छूटे-छटके एवार्ड ब्लैंक तीन अप्रैल तक कंप्यूटर फर्म को भेज दिए जाएंगे। बताया कि केवल थ्योरी ही नहीं बल्कि प्रैक्टिकल के भी एवार्ड ब्लैंक लगभग 80 फीसदी तक कंप्यूटर फर्म को भेजे जा चुके हैं।


बता दें कि इस बार मानदेय छीने जाने से नाराज वित्त विहीन शिक्षकों ने पहले बोर्ड परीक्षा के बहिष्कार की घोषणा की। इसके तहत उन्होंने कक्ष निरीक्षण नहीं किया। लेकिन उसका भी कोई खास असर नहीं पड़ा और परिषदीय शिक्षकों से कक्षनिरीक्षण करा लिया गया। उसी तरह जब उन्होंने मूल्यांकन के बहिष्कार का निर्णय लिया तो उस पर भी कोई खास असर नहीं पड़ा। क्षेत्रीय सचिव सतीश सिंह कहते हैं कि बोर्ड से जुड़े राजकीय, सहायता प्राप्त ही नहीं बड़ी तादाद में वित्त विहीन शिक्षक भी मूल्यांकन कर रहे हैं। हालांकि इस बाबत वित्त विहीन शिक्षक रितिका दुबे और जयशंकर दुबे का आरोप है कि मूल्यांकन जल्द पूरा कराने के लिए अयोग्य लोगों का सहारा लिया जा रहा है। ऐसे में जो कहीं शिक्षक नहीं उनसे भी उत्तर पुस्तिकाएं जंचवाई जा रही है। यहां यह बता दें कि मानदेय के लिए बनारस के वित्त विहीन शिक्षक भिक्षाटन तक कर चुके हैं। रविवार को वाराणसी के जेपी मेहता इंटर कॉलेज केंद्र पर मूल्यांकन ठप करा दिया था।