Varanasi News : उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ के सामने रविवार को जनसुनवाई और आईजीआरएस की मासिक टॉप और बॉटम 10 रैंकिंग पेश की गयी। इसमें अधिकारियों के कार्यों के मूल्यांकन के बाद लिस्ट में रैंक दी गयी है। इस रैंक में वाराणसी पुलिस फिसड्डी साबित हुई है।
Varanasi News : जनसुनवाई समाधान प्रणाली, आईजीआरएस और सीएम हेल्पलाइन की अगस्त माह की टॉप और बॉटम 10 रैंकिंग वाराणसी का परफॉर्मेंस दोयम दर्जे का रहा। यहां की पुलिस जहां टॉप 10 में अपना स्थान नहीं बना पायी, तो जिलाधिकारी कार्यालय ने बॉटम टॉप में चौथा स्थान बनाया। यहां भी टॉप लिस्ट में वाराणसी का नंबर नहीं आया। रविवार को जब सीएम के सामने रिपोर्ट हुई तो उन्होंने समस्त जनपदों के डीएम, पुलिस आयुक्त, एसएसपी और एसपी को सख्त हिदायत दी है। इस दौरान सीएम ने कहा कि अगले माह फिर समीक्षा की जाएगी यदि उसमें परफॉर्मेंस नहीं सुधरा तो जवाबदेही तय की जाएगी।
डीएम वाराणसी नीचे से चौथे स्थान पर
उत्तर प्रदेश में जनसुनवाई समाधान प्रणाली, आईजीआरएस और सीएम हेल्पलाइन की शिकायतों के निस्तारण को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सख्त हैं। इसी क्रम में अगस्त माह की रिपोर्ट रविवार को उनके सामने पेश की गयी। इसमें वाराणसी जिलाधिकारी कार्यालय में जनसुनवाई समाधान प्रणाली, आईजीआरएस और सीएम हेल्पलाइन की अगस्त माह में रैंक बहुत कम आयी है। ऐसे में वाराणसी को बॉटम 4 का स्थान मिला है। प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र में ऐसा होना चिंता का विषय है।
वाराणसी कमिश्नरेट पुलिस साबित हुई फिसड्डी
वहीं वाराणसी कमिश्नरेट पुलिस जनसुनवाई समाधान प्रणाली, आईजीआरएस और सीएम हेल्पलाइन की शिकायतों के निस्तारण में फिसड्डी साबित हुई है। इसके तो टॉप टेन में वाराणसी पुलिस को कोई स्थान नहीं मिला है। ऐसे में मुख्यमंत्री ने सभी जिलों के अधिकारियों को सतर्क रहते हुए गुणवत्तापूर्वक मामलों के निस्तारण का निर्देश दिया है। इस दौरान तहसीलों की भी लिस्ट जारी हुई जिसमें वाराणसी की किसी तहसील का नाम नहीं है।