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पुलिस को नहीं मिला UPPSC के पूर्व चेयरमैन का आवास, अब यहां भेजी जायेगी टीम

एसआईटी ने जारी किया है नोटिस, एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती परीक्षा धांधली में जेल में बंद है तत्कालीन परीक्षा नियंत्रक

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Uttar Pradesh Public service Commission

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वाराणसी. उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) के पूर्व चेयरमैन डा.अनिरुद्ध का आवास पुलिस नहीं खोज पायी है। एसआईटी की नोटिस लेकर आगरा गयी पुलिस टीम के हाथ खाली रह गये हैं। पुलिस ने अब पूर्व चेयरमैन के अलीगढ़ स्थित मूल आवास पर जाकर नोटिस थमाने की तैयारी की है। एसआईटी की इस कार्रवाई से अन्य अधिकारियों में भी हड़कंप मचा हुआ है। तत्कालीन परीक्षा नियंत्रक अंजू लता कटियार व प्रिंटिंग प्रेस मालिक कौशिक कुमार इसी मामले में बनारस के जिला जेल में बंद है।
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IMAGE CREDIT: Patrika

सीएम योगी आदित्याथ की सख्ती का असर है कि एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती परीक्षा में हुई धांधली की जांच तेज की गयी है। एसएसपी आनंद कुलकर्णी ने जांच के लिए एसआईटी का गठन किया है, जिसक जरिए ही पूरे मामले की जांच की जा रही है। एसआईटी इस मामले में पूर्व चेयरमैन का बयान दर्ज कराना चाहती है, जिसके लिए उन्हें नोटिस जारी की गयी है। प्रकरण के विवेचक सीओ सदर सत्येन्द्र तिवारी के अनुसार डा. अनिरुद्ध सिंह यादव के आगरा स्थित जिस आवास की जानकारी पुलिस को थी वहां पर टीम भेजी गयी थी लेकिन वहां पर डा.अनिरुद्ध नहीं मिले। इसके बाद उनके मूल निवास पर नोटिस देने की तैयारी है।
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पुलिस को जल्द जुटाने होंगे साक्ष्य, नहीं तो उठानी होगी किरकिरी
पश्चिम बंगाल की सीआईटी की सूचना पर एसटीएफ ने इस मामले में चोलापुर में छापा मार कर प्रिंटिंग प्रेस के मालिक कौशिक कुमार को गिरफ्तार किया था। कौशिक से पूछताछ में मिले साक्ष्य के आधार पर क्राइम ब्रांच ने प्रयागराज जाकर आयोग की परीक्ष नियंत्रक अंजू लता कटियार को हिरासत में लेकर बनारस लायी थी और फिर प्रश्र पत्र लीक प्रकरण में अंजू लता कटियार को जेल भेजा गया था। तत्कालीन परीक्षा नियंत्रक से लेकर प्रिंटिंग प्रेस के मालिक को कानूनी शिकंजे में रखने के लिए पुलिस लगातार और साक्ष्य जुटा रही है। यदि अधिक से अधिक साक्ष्य समय पर नहीं जुटाये जा सके तो पुलिस की इस मामले में किरकिरी हो सकती है। ऐसे में साक्ष्य जुटाने के लिए ही पुलिस अब पूर्व चेयरमैन डा.अनिरुद्ध सिंह यादव से पूछताछ करना चाहती है।
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