Gyanvapi ASI Survey : आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (ASI) चार अगस्त से ज्ञानवापी परिसर का हाईकोर्ट के आदेश के बाद सर्वे कर रही है। ASI ने कोर्ट से सर्वे के लिए चार सप्ताह का समय मांगा था जिसकी समय सीमा आज समाप्त हो रही है। ऐसे में सभी की निगाहें जिला जज की अदालत पर है कि क्या आज ASI अपनी रिपोर्ट पेश कर सकती है।
Gyanvapi ASI Survey : जिला जज की अदालत के आदेश के बाद शुरू हुए ज्ञानवापी परिसर के सर्वे को सुप्रीम कोर्ट ने रोका था। मुस्लिम पक्ष की याचिका पर दो दिन की रोक के बाद हाईकोर्ट में इसकी सुनवाई शुरू हुई, जिसके बाद 3 अगस्त को हाईकोर्ट ने सर्वे की अनुमति दोबारा से दी और 4 अगस्त से सर्वे ASI ने शुरू किया पर इसी दिन जिला जज की सर्वे रिपोर्ट जमा करने की समय सीमा भी खत्म हो रही थी। ऐसे में ASI ने कोर्ट में प्रार्थना पत्र देकर 4 हफ्ते का समय मांगा था, जिसकी समय सीमा आज समाप्त हो रही है। इसपर ASI आज जिला जज की अदालत में सर्वे की समय सीमा बढ़ाने का प्रार्थना पत्र एक बार फिर दे सकता है। फिलहाल लोगों की निगाहें जिला जज की अदालत की तरफ हैं। जिला जज ने 2 सितम्बर तक सर्वे रिपोर्ट जमा करने के आदेश दिए थे।
समयसीमा बढ़ाने के लिए दिया जा सकता प्रार्थना पत्र
ASI सूत्रों की मानें तो एएसआई आज जिला जज की अदालत में सर्वे के लिए दो हफ्ते से चार हफ्ते का और समय मांग सकती है। इसके लिए ASI के अधिकारी आज जिला जज की अदालत में उपस्थिति होकर सर्वे की जानकारी देते हुए समय सीमा बढ़ाने का प्रार्थनापत्र दे सकते हैं। वहीं 4 अगस्त से हो रहे सर्वे में अब हैदराबाद की एस्क्पर्ट टीम जीपीआर सर्वे कर रही है।
चार अगस्त से हो रहा ज्ञानवापी में सर्वे
ज्ञानवापी में इलाहाबाद हाईकोर्ट के आदेश से बीते चार अगस्त से एएसआई के सर्वे का काम दोबारा शुरू किया गया था। मौजूदा समय में एएसआई की 20 सदस्यीय टीम सर्वे के लिए शहर में मौजूद है। इसमें हैदराबाद से आए जीपीआर तकनीक के विशेषज्ञ भी शामिल हैं।