अहमदाबाद शहर में ट्रैफिक नियमों की अनदेखी करना वाहन चालकों को और भी महंगा पड़ने वाला है। शहर पुलिस में हेड कांस्टेबल के साथ कांस्टेबल को भी चालान जनरेट करने और दंड वसूलने की सत्ता देने का निर्णय किया है। साथ ही शनिवार से वायोलेशन ऑन कैमरा (वीओसी) चालान एप्लीकेशन का उपयोग शुरू करने की घोषणा की। इससे अभी दैनिक पांच से छह हजार ई-चालान जनरेट होते हैं। अब यह संख्या बढ़कर 15-18 हजार तक होने का अनुमान है।
वन नेशन वन चालान के तहत सीधे ई-चालान जनरेट होंगे
शहर ट्रैफिक पुलिस (पूर्व) के उपायुक्त सफीन हसन ने कहा कि वीओसी चालान एप्लीकेशन को भारत सरकार के नेशनल इन्फोर्मेटिक्स सेंटर (एनआईसी) के सहयोग से उपयोग में लेना शुरू कर दिया है। इसमें वन नेशन वन चालान के तहत सीधे ई-चालान जनरेट होंगे। उन्होंने इस एप्लीकेशन के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी दी।0
हसन ने बताया कि वीओसी एप के जरिए कांस्टेबल ट्रैफिक नियम का उल्लंघन होने की स्थिति में वाहन का फोटो खीचेंगे। उसके साथ वाहन का नंबर डालेंगे। ऐसा करते ही सारथी एवं वाहन पोर्टल के जरिए वाहन की पूरी जानकारी स्वत: आ जाएगी, उसके बाद कौन सा नियम तोड़ा है उसका प्रकार चुनेंगे और एड करेंगे, फिर उसे कंट्रोलरूम को सेंड कर देंगे। कंट्रोलरूम में जानकारी को जांचा जाएगा। एप्रूव्ड करते ही ई-चालान जनरेट हो जाएगा। वाहन मालिक को एसएमएस से सूचना दी जाएगी।शहर पुलिस जल्द ही पीसीआर वाहन और इंटरसेप्टर वाहन में भी मूविंग डेश कैमरे लगाने जा रही है। इससे वाहन के डैशबोर्ड पर लगे मोबाइल कैमरे से वीडियो लिया जाएगा, इसे आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (एआई) की मदद से सॉफ्टवेयर के जोड़ा गया है। इससे नियम तोड़ने पर ई-चालान जारी किया जाएगा। शहर में 60 वाहनों में ऐसे डेशकैम लगाने की योजना है। एसजी-1 और एसजी 2 थानों के वाहन सहित पांच में प्रायोगिक तौर पर लगाए हैं। शहर में ट्रैफिक नियमों की अनदेखी करने वाले वाहन चालकों से अभी पुलिस चौराहों पर लगे सीसीटीवी कैमरों की मदद से, स्पीड गन की मदद से, स्थल पर दंड वसूलती है। वीओसी चौथा माध्यम बना है।