राजनीति के चाणक्य कहे जाने वाले भाजपा के दिग्गज नेता और केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने रिटायरमेंट प्लान का खुलासा कर दिया। गुजरात, मध्यप्रदेश और राजस्थान के सहकारी कार्यकर्ताओं और महिलाओं के साथ सहकार संवाद में शाह ने अपने फ्यूचर प्लान के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि “मैंने निर्णय लिया है कि सेवानिवृत्ति के बाद, मैं अपना शेष जीवन वेदों, उपनिषदों और प्राकृतिक खेती के अध्ययन में समर्पित करूंगा। प्राकृतिक खेती एक वैज्ञानिक प्रयोग है, जो न केवल स्वास्थ्य समस्याओं को कम करती है, बल्कि कृषि उत्पादकता भी बढ़ाती है। रासायनिक उर्वरकों से उगाए गए गेहूं से कई स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं, जबकि प्राकृतिक खेती शरीर को रोगमुक्त रखने में मदद करती है।”