ब्यावर (अजमेर). चक्रवात बिपरजॉय का असर ब्यावर सहित आस-पास के क्षेत्रों में भी देखने को मिला। पिछले 72 घंटे से रिमझिम बरसात का दौर चल रहा है। शुक्रवार रात्रि से शुरू हुआ बारिश का दौर सोमवार को भी जारी रहा। सुबह से लेकर शाम तक दिनभर कभी तेज तो कभी रिमझिम बरसात का दौर चलता रहा। शहर में पिछले तीन दिन में 120 मिमी बरसात दर्ज की गई। शहर में सोमवार को सुबह से शाम तक 63 मिमी, जवाजा में 105 मिमी एवं टॉडगढ़ में 109 मिमी बरसात दर्ज की गई है। 15 जून बाद से अब तक टॉडगढ क्षेत्र में 225 मिमी बरसात दर्ज की गई।
ऑरेंज अलर्ट जारी : सावधानी बरतने की अपील
मौसम विभाग ने जिले में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। विभाग का कहना है कि अभी बरसात का दौर खत्म नहीं हुआ है। लोगों को सजग व सुरक्षित स्थान पर रहने की सलाह दी है। मौसम विभाग की ओर से चक्रवात बिपरजॉय के कारण आकाशीय बिजली कड़कने तथा 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से हवाएं चलने की संभावना जताई है। मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि कमजोर संरचनाएं, कच्चे घरों, दीवारों, बिजली की लाइनों, पेड़ों आदि को नुकसान हो सकता है। प्रशासन ने आमजन से अपील की है कि सुरक्षित स्थान पर शरण लें, पेड़ों के नीचे शरण ना लें। इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के प्लग निकाल दें। मौसम सामान्य होने की प्रतीक्षा करें।
कई जगह पानी भरा
बारिश से शहर में कई जगहों पर पानी जमा हो गया। इससे राहगीरों व वाहन चालकों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। छावनी रेलवे समपार फाटक में पानी भर गया। इसके लिए मोटर लगाकर पानी निकालना पडा। यहां तीन-तीन फीट पानी से लोगों को निकलना पड़ा। रेलवे स्टेशन के सामने भी पानी भर गया। इससे यात्रियों को आवाजाही में परेशानी हुई। शहर के नगर परिषद परिसर में भी पानी भर गया। इसके अलावा मेवाड़ी गेट, अमरी का बाडि़या सहित अन्य स्थानों पर भी पानी भर गया।
दिनभर नालों की सफाई
नाला गैंग की ओर से दिनभर नालों की सफाई करने का काम चलता रहा। राजकीय अमृतकौर चिकित्सालय में छत से पानी टपकने से मरीजों को भी परेशानी हुई।
यात्री भार घटा, बसें चली खाली
पिछले चार दिन से चल रहे बरसात के दौर के कारण ब्यावर आगार के यात्री भार पर भी असर आया। ब्यावर आगार का सामान्य दिनों में यात्री भार 95 फीसदी रहता है जो घटकर 88 पर आ गया। तूफान की चेतावनी के चलते लोगों ने घरों से निकलने से परहेज किया। इसके चलते बसों की कई सीटें खाली रही। रोडवेज की कई बसें पुरानी होने से छतों से पानी टपकता रहा। इससे भी यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा।
टॉडगढ-रावली में चले झरने, दिखे मनमोहक नजारे
लगातार हो रही बारिश से टॉडगढ क्षेत्र के तालाब व एनिकट लबालब हो गए हैं। कातरघाटी सहित अन्य स्थानों पर पहाड़ों से बहते झरने बरसात के दौरान खासे मनमोहक नजर आए। तेज बरसात के कारण खेतों में पानी भर गया। बिजली बंद होने से ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ा। प्रशासन ने लोगों को तेज बरसात की संभावना के चलते सतर्क रहने की सलाह दी है।
बिचड़ली तालाब की चली चादर
शहर में सोमवार को सुबह से रात तक बरसात हुई। कभी तेज तो कभी धीमी। आषाढ़ में सावन सी झड़ी लगी रही। विगत चार दिन से लगातार बरसात से सोमवार को बिचड़ली तालाब की चादर चल पड़ी।