पुष्कर. मेला मैदान में ब्रह्मा शिव महापुराण कथा के चौथे दिन शनिवार को व्यासपीठ से कथामृत बरसाते हुए पंडित प्रदीप मिश्रा ने शिवकृपा प्राप्ति के उपाए बताए। उन्होंने कहा कि सिर्फ एक लोटा जल अर्पित करने से ही भोलेनाथ प्रसन्न हो जाते हैं। उन्होंने कहा कि शिवमहापुराण में नारद ने भगवान शंकर पार्वती की कृपा पाने के तीन सूत्र बताए हैं। इनमें शिवालय जाकर शंकर को रिझाने का प्रयास करें, मंत्र जाप व भजन करें। मौका मिलते ही शिवपुराण कथा सुनें और जिंदगी में उतारने का प्रयास करें। उन्होंने कहा कि देवता पल्ला झाड़कर तो महादेव छप्पर फाड़कर देते हैं।
पिता का महत्व
पंडित मिश्रा ने कहा कि अपने अनुभव से आपके जीवन को संवारने वाला पिता कभी छोटा नहीं होता। ऊंचाई के चक्कर में माता-पिता को कभी छोटा मत समझना। उन्होंने शिव द्वारा कार्तिकेय के भीतर का अहंकार समाप्त करने के प्रसंग का वर्णन किया। अंत में भगवान गणेश की उत्पत्ति पर चर्चा करते हुए शिव-पार्वती व भगवान गणेश की झांकी दर्शन के साथ आरती कर कथा को विराम दिया गया।
कथा से लाभ
पंडित मिश्रा ने बड़ा महुआ भीलवाड़ा का एक पत्र पढकर सुनाया। इसमें महिला ने परिजन को गंभीर बीमारी बताई। उसने कथा सुनकर सीहोर का रुद्राक्ष लिया तथा कंकर उठा लाई। मिश्रा ने रुद्राक्ष का जल पिलाने से 7 दिन बाद व्याधि से निजात का दावा किया।
कई भक्तों की तबीयत बिगडी
क्षमता से अधिक श्रोता होने से कूलर-पंखे लगे होने के बाद भी पांडाल में उमस रही। कई महिला श्रोताओं की तबीयत बिगड़ गई। परिजन व अन्य श्रोताओं ने उन्हें संभाला।
दोपहर में कथा शाम को बरसात
चार दिन से कथा विराम के बाद तेज बरसात हो रही है, वहीं दूसरी ओर पांडाल न सिर्फ श्रोताओं से अटा पड़ा है, बल्कि संख्या दिनों-दिन बढती जा रही है।
व्यासपीठ से लिया आशीर्वाद
विधायक सुरेश सिंह रावत, अनिता भदेल, किशनगढ के विधायक सुरेश टाक, कांग्रेस नेता डॉ. श्रीगोपाल बाहेती ने पूजा आरती की। इस दौरान जैसलमेर के जिला न्यायाधीश पूरणमल शर्मा ने पंडित मिश्रा का अभिनंदन कर व्यासपीठ से आशीर्वाद लिया।