अजमेर. प्रदेश को हजारों अभ्यर्थियों सहित राजस्थान लोक सेवा आयोग को नई भर्तियों का इंतजार है। विशेष और आर्थिक रूप से पिछड़े वर्ग को भर्तियों में आरक्षण दिए जाने को लेकर सरकार और कार्मिक विभाग में चर्चा जारी है। यह फार्मूला सुलझने के बाद ही आयोग को नई भर्तियां मिल पाएंगी।
राजस्थान लोक सेवा आयोग को आरएएस एवं अधीनस्थ सेवा भर्ती परीक्षा सहित कॉलेज लेक्चरर, स्कूल व्याख्याता भर्ती परीक्षा, कृषि, कारागार, कनिष्ठ लेखाकार और अन्य भर्ती परीक्षाएं करानी हैं। कार्मिक विभाग, संबंधित विभाग और सरकार से अभ्यर्थना, पदों का वर्गीकरण मिलने के बाद आयोग भर्ती परीक्षाओं के विज्ञापन और तिथियां जारी करेगा। कार्मिक विभाग ने आयोग को सात विभागों की अभ्यर्थनाएं भेजी हैं।
आयोग को सबसे प्रतिष्ठित आरएएस एवं अधीनस्थ सेवा भर्ती परीक्षा-2019 सहित अन्य अभ्यर्थनाओं का भी इंतजार है। बीतने को है मार्च मार्च बीतने वाला है, लेकिन आयोग को सरकार और कार्मिक विभाग से नई अभ्यर्थना नहीं मिली है। अधिकृत जानकारी के मुताबिक सरकार और कार्मिक विभाग के बीच विशेष और आर्थिक रूप से पिछड़े वर्ग को भर्तियों में आरक्षण देने के लिए चर्चा जारी है। नई भर्तियों में इन्हें आरक्षण दिया जाना है। इसके अलावा विशेष पिछड़ा वर्ग को पांच प्रतिशत आरक्षण देने को लेकर विधिक सलाह ली गई है। ताकि सुप्रीम कोर्ट के फैसले के अनुसार भविष्य में कोई दिक्कतें नहीं हो।
अभी 2018 की भर्तियां जारी आयोग 2018 में मिली करीब 18 हजार अभ्यर्थनाओं की भर्ती परीक्षाएं कराने में व्यस्त है। इनमें सहायक वन संरक्षक, वरिष्ठ अध्यापक (विशेष शिक्षा), व्याख्याता सारंगी वाद्य, सहायक सांख्यिकी अधिकारी, प्राध्यापक सामान्य व्याकरण, प्राध्यापक इतिहास, अंग्रेजी, वरिष्ठ अध्यापक हिंदी, गणित, विज्ञान, वरिष्ठ अध्यापक संस्कृत, सहायक अभियंता सिविल, यांत्रिक, मैकेनिकल, सहायक सांख्यिकी अधिकारी, उपाचार्य/अधीक्षक आईटीआई और अन्य शामिल हैं। यह परीक्षाएं मई से सितंबर और उसके बाद नवंबर तक चलेंगी।