अजमेर. सूफी संत ख्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती की दरगाह से शुक्रवार को गाजे-बाजे के साथ चादर का जुलूस निकाला गया। इस दौरान मलंगों-कलंदरों ने हैरत अंगेज करतब दिखाए। चादर को सरवाड़ स्थित ख्वाजा फखरुद्दीन चिश्ती की दरगाह में पेश किया जाएगा।
कन्वीनर सैयद तैयब अली चिश्ती और खुद्दाम की मौजूदगी में गरीब नवाज की दरगाह से चादर का जुलूस निकाला गया। दरगाह में शादियाने बजाए गए। जुलूस दरगाह बाजार और अन्य इलाकों से होता हुआ स्टेशन पहुंचा। इस दौरान छडि़यां लेकर पैदल यात्री भी रवाना हुए। शनिवार को सरवाड़ शरीफ में खुद्दाम की सदारत में महफिल, फातेहा और दुआ होगी। रविवार दोपहर 3 बजे सरवाड़ बस स्टैंड से चादर शरीफ का जुलूस निकाला जाएगा। यह ख्वाजा फखरुद्दीन के आस्तान-ए-आलिया में पहुंचेगा। खुद्दाम-ए-ख्वाजा की सदारत में महफिल, फातेहा और दुआ होगी। साथ ही चादर को मजार शरीफ पर पेश किया जाएगा। सोमवार को खुद्दाम की सदारत में महफिल के बाद दोपहर 1 बजे कुल की दुआ होगी। इसी दिन महफिल ए समा, शिजराख्वानी और सलाम पेश किया जाएगा। 2 मार्च को सुबह 9 बजे खुद्दाम की तरफ से मजार शरीफ पर गुस्ल दिया जाएगा।