प्रगतिशील राजपूत सभा का 24 वॉ सामूहिक विवाह सम्मेलन संपन्न.
चार जोड़े बंधे परिणय सूत्र में. प्रगतिशील राजपूत सभा अजमेर द्वारा समाज का 24 व सामूहिक विवाह सम्मेलन आज दिनांक 14 फरवरी 2024 बुधवार पर बसंत पंचमी के दिन श्री चामुंडा माता मंदिर पुलिस चौकी के सामने पुष्कर रोड अजमेर पर आयोजित किया गया इस विवाह सम्मेलन में समाज के चार जोडे परिणय सूत्र में बंधे।सभा के अध्यक्ष बाबू सिंह पंवार ने बताया कि प्रातः 8:00 बजे गणेश पूजन के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ प्रातः 9:00 बजे. रीजनल कॉलेज चौराहे से बारात बेंड बाजे के साथ श्री चामुंडा माता मंदिर पुलिस चौकी के सामने पुष्कर रोड अजमेर में लगभग 10:30 बजे विवाह सम्मेलन स्थल पर पँहुची। तत्पश्चात मंदिर द्वार पर चारों बारातों का अतिथि एवं अन्य अतिथियों द्वारा स्वागत किया गया। मुख्य अतिथि के रूप में श्री जगदीश सिंह खंगारोत, वैवाहिक समिति के अध्यक्ष श्री राजेंद्र सिंह पडियार विशिष्ट अतिथि ईश्वर सिंह सांखला, सभा अध्यक्ष श्री बाबू सिंह जी पवार, संरक्षक प्रताप सिंह चौहान, उपाध्यक्ष लेखराज सिंह राठौड़, महिला अध्यक्ष श्रीमती सीता कंवर और महामंत्री मुकेश सिंह भाटी श्री सत्यनारायण सिंह चौहान मंचासीन हुए। इन सभी अतिथियों का माल्यार्पण सर्व श्री इंद्र सिंह राजावत सत्यनारायण सिंह गोड़, नरेंद्र सिंह शेखावत, विजय सिंह नाथावत, घनश्याम सिंह चौहान,श्री शंकर सिंह बडगूजर, दलबीर सिंह चौहान एवं दिलीप सिंह गोड़ द्वारा किया गया। सभा के लिए सर्वाधिक धनसंग्रह करने के लिए श्री हिम्मत सिंह राठौड़ का साफा बंधा कर व शंकर सिंह बडगूजर को समय-समय पर सभा के कार्यक्रमों के लिए उच्च कोटि की टेंट व्यवस्था के लिए सम्मानित किया गया। सभी के सूक्ष्म संबोधन के बाद वर वधू का वरमाला कार्यक्रम संपन्न हुआ। मंच के इन सभी कार्यक्रमों को श्री विजय सिंह सोलंकी, श्री भंवर सिंह राजावत और श्री शंकर सिंह द्वारा पूर्ण किए गए दोपहर 12:30 बजे से कार्यक्रम संस्कार के लिए सभी जोड़े हवन विधि के समक्ष विराजमान हुए. आचार्य एवं पंडितों के मंत्र उच्चारण के साथ पाणिग्रहण संस्कार संपूर्ण हुआ 1:00 सुरुचि भोज प्रणाम हुआ जिसमें लगभग 600 समाज के स्त्री पुरुषों बच्चों ने भोजन का आनंद लिया. वर वधु के भोजन के पश्चात सभी कार्यक्रमों से निवृत्त होकर 4:30 बजे नव विवाहित जोड़ों को विदाई के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ. कार्यक्रम का संचालन शंकर सिंह राठौड़ वह भंवर सिंह राठौड़ द्वारा किया गया।