अजमेर. पुष्कर मेले में जिस तरह श्रद्धालु उमड़ रहे हैं, उसमें राजस्थान रोडवेज का भी अहम योगदान है। प्रतिवर्ष रोडवेज कार्तिक एकादशी से पूर्णिमा तक अतिरिक्त बसों का विशेष बंदोबस्त करता है।
रोडवेज (rajasthan roadways) में ही 70 प्रतिशत से ज्यादा श्रद्धालु पुष्कर और अजमेर के बीच सफर करते हैं। सही मायनों में पुष्कर को तीर्थराज बनाने में कहीं ना कहीं रोडवेज का भी अहम योगदान है। मंगलवार को भी अलसुबह से राजस्थान रोडवेज (roadways bus) की बस पुष्कर-अजमेर के बीच चक्कर लगा रही हैं। हजारों श्रद्धालु पुष्कर पहुंच चुके हैं। दोपहर बाद श्रद्धालुओं का लौटने का क्रम शुरू होगा। इस दौरान बसों में पैर रखने की जगह भी नहीं होगी।
पुष्कर में श्रद्धालुओं का सैलाब, चहुंओर गूंज रहे मंत्रोच्चार
पुष्कर में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ रहा है। सरोवर में कार्तिक पूर्णिमा का स्नान जारी है। समूचे पुष्कर में मंत्रोच्चार, भजन-कीर्तन गुंजायमान है। श्रद्धालु सरोवर में डुबकी लगाकर पुण्य कमा रहे हैं। घाटों पर पूजा-अर्चना का दौर भी देखा जा सकता है। इसके अलावा लोग दान-पुण्य में जुटे हैं। प्रजापिता ब्रह्मा मंदिर सहित पुराने और नए रंगजी और अन्य मंदिरों पैर रखने की जगह नहीं है।
कार्तिक एकादशी से पूर्णिमा तक पंचदिवसीय स्नान की खास महत्ता है। इसके चलते पुष्कर में आस्था का सैलाब उमड़ रहा है। मंगलवार तडक़े ही महिलाएं, पुरुष और पुरोहित पुष्कर सरोवर में स्नान करने पहुंच रहे हैं। संत भी अपने-अपने शाही अखाड़ों के साथ कार्तिक पूर्णिमा का स्नान कररने पहुंच हैं। सरोवर के सभी 52 घाटों में श्रद्धालुओं का जमावड़ा है। घाटों पर पैर रखने की जगह नहीं है। चहुंओर पुष्कर राज की जय….,प्रजापिता ब्रह्माजी की जय…, हर.हर महादेव के जयकारे गूंज रहे हैं। पुरोहित दूरदराज और आसपास से आए लोगों को सरोवर में पूजन करा रहे हैं।