अजमेर. सिख समुदाय के दसवें गुरु गोविंद सिंह का 359 वां प्रकाश पर्व सोमवार को मनाया। इस अवसर पर विशेष दीवान सजाने के अलावा शबद-कीर्तन और प्रवचन का आयोजन हुआ। सिख धर्मावलंबियों ने गुरु ग्रंथ साहिब के समक्ष मत्था टेक अरदास की। गुरुद्वारों में लंगर छकाया गया। बाद में आतिशबाजी की गई।
गुरुसिंह सभा हाथीभाटा के तत्वावधान में गुरु गोविंद सिंह के प्रकाश उत्सव पर कार्यकम हुए। सुबह 11 से दोपहर 3 बजे तक सीनियर रेलवे इंस्टीट्यूट, अजंता सिनेमा पर विशेष दीवान सजाया गया। इस दौरान सिख धर्मावलंबियों ने गुरु ग्रंथ साहिब के समक्ष मत्था टेक अरदास की। शाम को विशेष दीवान 7.30 से रात्रि 10 बजे तक सजाया गया।
मेरे साहिबा गोविंद…
दीवान में भाई जगजीत सिंह नूरी ने मेरे साहिबा गोविंद कौन गुण…,वाहेगुरू सिमरन गोविंद.., भाई चरणजीत सिंह ने गोविंद के गुण गावां…., खालसा मेरो रूप है खास..,बिन गोविंद ना…, भाई मयूर सिंह ने राजन के राजा…चरण चलो मार्ग गोविंद….शबद सुनाकर संगत को निहाल किया। दमदमी टकसाल जत्था भिंडारा के ज्ञानी देवेंद्र सिंह ने शबद-कीर्तन और गुरु गोविंद सिंह का इतिहास बताया।
वरताया गुरु का अटूट लंगर
हाथीभाटा सहित अन्य गुरुद्वारों में प्रकाश पर्व पर गुरू का अटूट लंगर वरताया गया। इसमें सिख धर्मावलंबी सहित अन्य शामिल हुए। रात्रि में सिख धर्मावलंबियों ने आतिशबाजी की। रामगंज गुरुद्वारा के तत्वावधान में सुबह आसा दी वार कार्यक्रम हुआ। स्वामी दादूराम साहिब, नगीना बाग जतोई दरबार में भी सुखमनी साहिब का पाठ, आशादीवार, अखंड पाठ साहिब का भोग, शबद-कीर्तन हुए। सर्व धर्म मैत्री संघ के अध्यक्ष प्रकाश जैन, फादर कॉसमॉस शेखावत, मोहम्मद अली बोहरा और अन्य भी विशेष दीवान में पहुंचे।