मालाखेड़ा. कृषि भूमि पर अकृषि कार्य कर एक बीघा पर ही कई करोड़ों रुपए कमा खजाने भर रहे भू-माफियाओं के खिलाफ प्रशासन ने हिम्मत दिखाई है। सरकार को हो रहे राजस्व के मोटे नुकसान को रोकने को लेकर ऐसे लोगों के खिलाफ मालाखेड़ा प्रशासन सख्त कार्रवाई में जुट गया है।
उपखंड अधिकारी मालाखेड़ा देवी सिंह ने बताया कि इस मामले को गंभीरता से लिया गया है। तहसीलदार मालाखेड़ा को इस संबंध में जांच के निर्देश दिए हैं। तहसीलदार ने भी उपखंड क्षेत्र में कृषि भूमि पर बगैर कन्वर्जन के काटे जा रहे प्लाटों का निरीक्षण किया है। सभी पटवारियों से इसकी रिपोर्ट भी मांगी गई है। कृषि भूमि पर प्लाट काट जा रहे हैं, उनके खिलाफ 90 ए की कार्रवाई तहसीलदार मेगा मीणा ने शुरू कर दी है।
नजर आ रहा हड़कंप
अवैध रूप से प्लाट काटने वालों में प्रशासन की इस कार्रवाई से हड़कंपमच गया है। उपखंड अधिकारी देवी सिंह ने बताया कि कृषि भूमि पर प्लाट काटने, नदी नाले और पहाड़ की सरकारी भूमि पर अतिक्रमण करने वालों की पूरी रिपोर्ट बनाने के लिए तहसीलदार को निर्देश दिए हैं। संबंधित पटवारी की रिपोर्ट आने के तुरंत बाद संबंधित खातेदार, प्लाट काटने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
छीन रहे किसान परिवारों का निवाला
आरोप है कि मालाखेड़ा तहसील क्षेत्र में कृषि भूमि खरीद कर किसान परिवारों से निवाला छीना जा रहा है। दूसरी ओर इस कृभि भूमि पर बिना कन्वर्जन किए प्लाट काट भारी भरकम रकम बनाई जा रही है। भू-माफिया प्लाट काटकर कर करोड़ों रुपए कमा रहे हैं। इनके वारे-न्यारे हो रहे हैं। सरकारी भूमि से रोजाना मिट्टी का दोहन कर इस कार्य से जुड़े लोग लाखों रुपए कमा रहे हैं। इस तरह की शिकायतें प्रशासन के पास आए दिन आ रही है। इन्हें गंभीरता से लेते हुए अब कार्रवाई भी शुरू की गई। जिसके तहत सर्वे रिपोर्ट तैयार कराई जा रही है।