अलवर. लोगों को जंगल तक पहुंची आबादी का खतरा उस समय साफ दिखाई दे गया, जब शुक्रवार को बाघिन एसटी-19 का शावक अलवर शहर में जंगल से सटे चेतन एनक्लेव फेज द्वितीय में बने मकानों के पीछे अलवर बफर जोन की दीवार तक पहुंच गया। करीब चार- पांच मिनट दीवार पर चढ़ शावक ने पहले आबादी की टोह ली और फिर मकान पर चढ़े लोगों को अपने जंगल की हद बता वापस जंगल में लौट गया। बाघ के शावक के आबादी क्षेत्र में आने का यह पहला मामला नहीं है, कुछ समय पूर्व भूरासिद्ध मंदिर के पास बने जलाशय में भी उतर कर जा चुका है। वहीं बाला किला व रावण देवरा क्षेत्र में इन शावकों को लोग आसानी से देख चुके हैं।