अंबिकापुर। एक शातिर ठग ने अपना नाम बदलकर एक व्यक्ति को झांस में लेते हुए उसका किराएदार बन गया। फिर परिवार के सदस्यों से भी घुल-मिल गया। इसके बाद उसने अपनी मां की बीमारी का बहाना बनाकर मकान मालिक से तीन रुपए की ठगी कर ली। मकान मालिक को जब उसकी सच्चाई पता चली तो उसने राजपुर थाने में अपराध दर्ज कराया। मामले में पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए शातिर ठग को गिरफ्तार कर लिया।
आरोपी के पास से ठगी की रकम से खरीदी गई बाइक भी बरामद की गई है। जानकारी के अनुसार वार्ड ३ के निवासी राजपुर थाने में शिकायत दर्ज कराई थी कि सितंबर २०२३ में एक दिन उनके पास एक व्यक्ति आया और बोला कि मैं आर्मी में फौजी हूं और शंकरगढ़ में जॉब करता हूं। उसने अपना नाम शेखर कुमार दुबे बताया।
इस पर उन्होंने उसे रहने के लिए अपना मकान किराये पर दे दिया। रहते-रहते वह परिवार के सभी सदस्यों के साथ घुल-मिल गया। वह भी परिवार के सदस्य की ही तरह हो गया। सबका भरोसा जीतने के बाद उसने मकान मालिक से कहा कि मेरी मां की तबियत खराब है, पैसे की जरूरत है। ऐसे कहकर उसने करीब ३ लाख रुपए ले लिए।
इसके बाद मकान मालिक को कहीं से जानकारी मिली कि उस व्यक्ति का वास्तविक नाम मुस्ताक अंसारी पिता सलामत शेख उम्र 39 वर्ष निवासी बिडाण्डा, मझियांव जिला गढ़वा झारखंड का निवासी है। मामले में प्रार्थी की रिपोर्ट पर राजपुर पुलिस ने धारा ४१९, ४२० के तहत अपराध दर्ज कर आरोपी मुस्ताक अंसारी को गिरफ्तार कर लिया।
उसके पास से ठगी की रकम से खरीदी गई एक बाइक व दो नग मोबाइल बरामद की गई। इस कार्रवाई में एसआई प्रमोद पाण्डेय, प्रधान आरक्षक श्याम लाल भगत, दीपचंद सिंह, आरक्षक संजय जायसवाल, शैलेन्द्र तिवारी, लखेश्वर पैकरा, जनकधारी सेन व सैनिक सुशील यादव शामिल रहे।