17 दिसंबर 2025,

बुधवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

धर्म/ज्योतिष

आज का पंचांग, बुधवार, 17 दिसम्बर 2025, तिथि, श्रेष्ठ चौघड़िए, Rajasthan Patrika

बुधवार, 17 दिसम्बर 2025 : आज के पंचांग में जानिए आज का श्रेष्ठ चौघड़िया, तिथि, दिशा शूल, राहु काल वेला, नक्षत्र, योग, करण, व्रत / दिवस विशेष, चन्द्रमा, ग्रह का राशि /नक्षत्र परिवर्तन। आइए, पंडित मुकेश भारद्वाज, ज्योतिर्विद व वास्तुविद् से जानते हैं आज का पंचांग।

Google source verification

भारत

image

Kamlesh Kholiya

Dec 17, 2025

🌟(आज का पंचांग – बुधवार, 17 दिसम्बर, 2025)🌟

विक्रम संवत् – 2082
संवत्सर नाम – सिद्धार्थ
शक संवत् – 1947
हिजरी सन् – 1447
मु. मास – 26 जमादि उलसानी
अयन – दक्षिणायन
ऋतु – हेमंत ऋतु
मास – पौष
पक्ष – कृष्ण

श्रेष्ठ चौघड़िये – आज लाभ, अमृत के चौघड़िये क्रमशः सूर्योदय से 9:48 तक रहेंगे। शुभ का चौघड़िया 11:05 से 12:23 तक रहेगा। चर, लाभ के चौघड़िये क्रमशः 2:57 से सूर्यास्त तक रहेंगे। इन चौघड़ियों में शुभ कार्य प्रारम्भ किए जा सकते हैं।

तिथि – त्रयोदशी तिथि रात्रि 2:33 तक होगी तदुपरान्त चतुर्दशी तिथि होगी।

दिशा शूल – आज उत्तर दिशा में दिशा शूल रहेगा। इसलिए उत्तर दिशा में यात्रा नहीं करनी चाहिए।

राहु काल वेला – (मध्यमान से) दिन 12:00 से 1:30 तक

नक्षत्र – विशाखा नक्षत्र सायं 5:11 तक रहेगा तदुपरान्त अनुराधा नक्षत्र होगा।
योग – सुकर्मा योग दिन 2:17 तक रहेगा तदुपरान्त धृति योग रहेग।
करण – गर करण दिन 1:15 तक रहेगा तदुपरान्त वणिज करण रहेगा।

विशिष्ट योग – अमृतसिद्धि योग सायं 5:11 से सूर्योदय तक, सर्वार्थसिद्धि योग सायं 5:11 से प्रारम्भ,

व्रत / दिवस विशेष – भद्रा रात्रि 2:33 से प्रारम्भ, प्रदोष व्रत, श्री चन्द्रप्रभु जयंती,

चन्द्रमा – आज दिन 10:26 तक तुला राशि में होगा तदुपरान्त वृश्चिक राशि में प्रवेश होगा।

आज जन्म लेने वाले बच्चे – आज दिन 10:26 तक जन्म लेने वाले बच्चों की राशि तुला होगी तदुपरान्त वृश्चिक राशि होगी। आज सायं 5:11 तक जन्म लेने वाले बच्चों का विशाखा नक्षत्र होगा तदुपरान्त अनुराधा नक्षत्र होगा। आज जन्मे बच्चों का ताम्र पाद होगा। आज जन्म लेने वाले बच्चों के प्रथम नामाक्षर ते, तो, न, नी, नू पर रखे जा सकते हैं।

तुला राशि का स्वामी शुक्र होता हैं। इनका स्वभाव आकर्षक होता हैं। ये न्यायशील, बुद्धिमान, तर्कशील एवं सर्तक रहने वाला होते हैं। जातक को देश-विदेशों में अनेक स्थानों पर भृमण करने के अवसर प्राप्त होते हैं। जातक बुद्धिमान, तर्कशील, साबधान एवं सर्तक रहने वाला, मध्यस्थता एवं न्याय करने में कुशल, विपरीत योनि के प्रति झुकाव रखता हैं। इनको हीरा अथवा श्वेत कपड़े पसंद होते हैं।

वृश्चिक राशि का स्वामी मंगल होता हैं। ऐसे जातक स्थिर प्रवृति के होते हैं। ये जिद्दी, उत्साही, स्पष्टवादी, परिश्रमी, ईमानदार, समझदार, ज्ञानी, साहसी, दृढ़संकल्प, शीघ्र उत्तेजित हो जाने वाले व अपनी मेंहनत से कार्य करने वाले होते हैं। अपना निर्णय लेने में सक्षम होते हैं। इनको द्वा व्यवसाय, पुलिस, शोधकार्य, साधना, खनिज़ पदार्थों का व्यवसाय, खेती, पुरातत्त्व विज्ञान आदि कार्यों में सफलता मिलती है।

✍️ पंडित मुकेश भारद्वाज, ज्योतिर्विद व वास्तुविद् 🌟