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आज का पंचांग, शुक्रवार, 19 दिसम्बर 2025, तिथि, श्रेष्ठ चौघड़िए, Rajasthan Patrika

शुक्रवार, 19 दिसम्बर 2025 : आज के पंचांग में जानिए आज का श्रेष्ठ चौघड़िया, तिथि, दिशा शूल, राहु काल वेला, नक्षत्र, योग, करण, व्रत / दिवस विशेष, चन्द्रमा, ग्रह का राशि /नक्षत्र परिवर्तन। आइए, पंडित मुकेश भारद्वाज, ज्योतिर्विद व वास्तुविद् से जानते हैं आज का पंचांग।

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भारत

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Kamlesh Kholiya

Dec 18, 2025

🌟(आज का पंचांग – शुक्रवार, 19 दिसम्बर, 2025)🌟

विक्रम संवत् – 2082
संवत्सर नाम – सिद्धार्थ
शक संवत् – 1947
हिजरी सन् – 1447
मु. मास – 28 जमादि उलसानी
अयन – दक्षिणायन
ऋतु – हेमंत ऋतु
मास – पौष
पक्ष – कृष्ण

श्रेष्ठ चौघड़िये – आज चर, लाभ, अमृत के चौघड़िये क्रमशः सूर्योदय से 11:06 तक रहेंगे। शुभ का चौघड़िया 12:24 से 1:41 तक रहेगा। चर का चौघड़िया 4:16 से सूर्यास्त तक रहेगा। इन चौघड़ियों में शुभ कार्य प्रारम्भ किए जा सकते हैं।

तिथि – अमावस्या तिथि सायं 7:13 तक होगी तदुपरान्त प्रतिपदा तिथि होगी।

दिशा शूल – आज पश्चिम दिशा में दिशा शूल रहेगा। इसलिए आज पश्चिम दिशा में यात्रा नहीं करनी चाहिए।

राहु काल वेला – (मध्यमान से) दिन 10:30 से 12:00 तक रहेगा।

नक्षत्र – ज्येष्ठा नक्षत्र रात्रि 10:51 तक रहेगा तदुपरान्त मूल नक्षत्र होगा।
योग – शूल योग दिन 3:47 तक रहेगा तदुपरान्त गंड योग रहेगा।
करण – चतुष्पद करण सायं 6:06 तक रहेगा तदुपरान्त नाग करण रहेगा।

विशिष्ट योग – ज्वालामुखी योग सायं 7:13 से प्रारम्भ।

व्रत / दिवस विशेष – देवपितृकार्य अमावस्या, बकुला अमावस्या (उड़ीसा), कालबा देवी यात्रा मुम्बई (महाराष्ट्र), गंडमूल संपू्र्ण दिनरात्रि,

चन्द्रमा – आज रात्रि 10:51 तक वृश्चिक राशि में होगा तदुपरान्त धनु राशि में प्रवेश होगा।

ग्रह का राशि /नक्षत्र परिवर्तन – बुध का ज्येष्ठा नक्षत्र में प्रवेश सायं 6:09 पर

आज जन्म लेने वाले बच्चे – आज रात्रि 10:51 तक जन्म लेने वाले बच्चों की राशि वृश्चिक होगी तदुपरान्त धनु राशि होगी। आज रात्रि 10:51 तक जन्म लेने वाले बच्चों का ज्येष्ठा नक्षत्र होगा तदुपरान्त मूल नक्षत्र होगा। आज जन्मे बच्चों का ताम्र पाद होगा। आज जन्म लेने वाले बच्चों के प्रथम नामाक्षर या, यी, यू, ये, यो पर रखे जा सकते हैं।

वृश्चिक राशि का स्वामी मंगल होता हैं। ऐसे जातक स्थिर प्रवृति के होते हैं। ये जिद्दी, साहसी, उत्साही, व्यवहार-कुशल, स्पष्टवादी, परिश्रमी, कर्तव्यनिष्ट, ईमानदार, समझदार, ज्ञानी, साहसी, दृढ़संकल्प, शीघ्र उत्तेजित हो जाने वाले व अपनी मेंहनत से कार्य करने वाले होते हैं। ये केमिस्ट, इंजिनियर, वकील, पुलिस, सेना-विभाग, अध्यापन, ज्योतिष, अनुसंधानकर्ता के क्षेत्र में विशेष सफलता प्राप्त करते हैं।

धनु राशि के स्वामी बृहस्पति होने से व्यक्ति ज्ञानी व समझदार होता हैं परंतु गुस्सा जल्दी करते हैं। हैं। इनमें विवेक, शक्ति और पराक्रम होता हैं। सौम्य शांत, सरल स्वभाव, धार्मिक प्रकृति, उदार हृदय, परोपकारी, संवेदनशील, करुणा, दया आदि भावनाओं से युक्त होते हैं। इनमें दुसरो के मनोभावों को जान लेने की विशेष क्षमता होती हैं।

✍️ पंडित मुकेश भारद्वाज, ज्योतिर्विद व वास्तुविद् 🌟