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आज का पंचांग, बुधवार, 19 नवम्बर 2025, तिथि, श्रेष्ठ चौघड़िए, Rajasthan Patrika

बुधवार, 19 नवम्बर 2025 : आज के पंचांग में जानिए आज का श्रेष्ठ चौघड़िया, तिथि, दिशा शूल, राहु काल वेला, नक्षत्र, योग, करण, व्रत / दिवस विशेष, चन्द्रमा, ग्रह का राशि /नक्षत्र परिवर्तन। आइए, पंडित मुकेश भारद्वाज, ज्योतिर्विद व वास्तुविद् से जानते हैं आज का पंचांग।

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भारत

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Kamlesh Kholiya

Nov 19, 2025

🌟(आज का पंचांग – बुधवार, 19 नवम्बर, 2025)🌟

विक्रम संवत् – 2082
संवत्सर नाम – सिद्धार्थ
शक संवत् – 1947
हिजरी सन् – 1447
मु. मास – 27 जमादि उल अव्वल
अयन – दक्षिणायन
ऋतु – हेमंत ऋतु
मास – मार्गशीर्ष
पक्ष – कृष्ण

श्रेष्ठ चौघड़िये – आज लाभ, अमृत के चौघड़िये क्रमशः सूर्योदय से 9:33 तक रहेंगे। शुभ का चौघड़िया 10:52 से 12:12 तक रहेगा। चर, लाभ के चौघड़िये क्रमशः 2:52 से सूर्यास्त तक रहेंगे। इन चौघड़ियों में शुभ कार्य प्रारम्भ किए जा सकते हैं।

तिथि – चतुर्दशी तिथि दिन 9:44 तक होगी तदुपरान्त अमावस्या तिथि होगी।

दिशा शूल – आज उत्तर दिशा में दिशा शूल रहेगा। इसलिए उत्तर दिशा में यात्रा नहीं करनी चाहिए।

राहु काल वेला – (मध्यमान से) दिन 12:00 से 1:30 तक

नक्षत्र – स्वाती नक्षत्र दिन 7:59 तक रहेगा तदुपरान्त विशाखा नक्षत्र होगा।
योग – सौभाग्य योग दिन 9:00 तक रहेगा तदुपरान्त शोभन योग रहेगा।
करण – शकुनि करण दिन 9:44 तक रहेगा तदुपरान्त चतुष्पद करण रहेगा।

व्रत / दिवस विशेष – पितृकार्य अमावस्या, श्री बाला जयंती, इन्दिरा गांधी जयंती, एकता दिवस, मेला पुरमण्डल देविका स्नान (काश्मीर)

चन्द्रमा – आज प्रातः 4:14 तक तुला राशि में होगा तदुपरान्त वृश्चिक राशि में प्रवेश होगा।

ग्रह का राशि /नक्षत्र परिवर्तन – सूर्य का अनुराधा नक्षत्र में प्रवेश रात्रि 8:56 पर, मंगल का ज्येष्ठा नक्षत्र में प्रवेश रात्रि 7:30 पर,

आज जन्म लेने वाले बच्चे – आज प्रातः 4:14 तक जन्म लेने वाले बच्चों की राशि तुला होगी तदुपरान्त वृश्चिक राशि होगी। आज दिन 7:59 जन्म लेने वाले बच्चों का स्वाती नक्षत्र रहेगा तदुपरान्त विशाखा नक्षत्र होगा। आज दिन 7:59 जन्मे बच्चों का रजत पाद होगा तदुपरान्त ताम्र पाद होगा। आज जन्म लेने वाले बच्चों के प्रथम नामाक्षर ता, ती, तु, ते, तो पर रखे जा सकते हैं।

तुला राशि का स्वामी शुक्र होता हैं। यह सौम्य व भावुक होते हैं। इन्हें देश-विदेश घूमने का शौक होता है, किसी के अधीनस्थ रह कर कार्य करना पसंद करते हैं। ये न्यायशील, बुद्धिमान, तर्कशील एवं सर्तक रहने वाला होते हैं। बुद्धिमान, तर्कशील, साबधान एवं सर्तक रहने वाला, मध्यस्थता एवं न्याय करने में कुशल, विपरीत योनि के प्रति झुकाव रखता हैं। इनको हीरा अथवा श्वेत कपड़े पसंद होते हैं।

वृश्चिक राशि का स्वामी मंगल होता हैं। ऐसे जातक स्थिर प्रवृति के होते हैं। ये जिद्दी, उत्साही, स्पष्टवादी, परिश्रमी, ईमानदार, समझदार, ज्ञानी, साहसी, दृढ़संकल्प, शीघ्र उत्तेजित हो जाने वाले व अपनी मेंहनत से कार्य करने वाले होते हैं। अपना निर्णय लेने में सक्षम होते हैं। इनको द्वा व्यवसाय, पुलिस, शोधकार्य, साधना, खनिज़ पदार्थों का व्यवसाय, खेती, पुरातत्त्व विज्ञान आदि कार्यों में सफलता मिलती है।

✍️ पंडित मुकेश भारद्वाज, ज्योतिर्विद व वास्तुविद्