🌟(आज का पंचांग – शुक्रवार, 7 नवम्बर, 2025)🌟
विक्रम संवत् – 2082
संवत्सर नाम – सिद्धार्थ
शक संवत् – 1947
हिजरी सन् – 1447
मु. मास – 15 जमादि उल अव्वल
अयन – दक्षिणायन
ऋतु – हेमंत ऋतु
मास – मार्गशीर्ष
पक्ष – कृष्ण
श्रेष्ठ चौघड़िये – आज चर, लाभ, अमृत के चौघड़िये क्रमशः सूर्योदय से 10:49 तक रहेंगे। शुभ का चौघड़िया 12:10 से 1:32 तक रहेगा। चर का चौघड़िया 4:15 से सूर्यास्त तक रहेगा। इन चौघड़ियों में शुभ कार्य प्रारम्भ किए जा सकते हैं।
तिथि – द्वितीया तिथि होगी दिन 11:06 तक होगी तदुपरान्त तृतिया तिथि होगी।
दिशा शूल – आज पश्चिम दिशा में दिशा शूल रहेगा। इसलिए आज पश्चिम दिशा में यात्रा नहीं करनी चाहिए।
राहु काल वेला – (मध्यमान से) दिन 10:30 से 12:00 तक रहेगा।
नक्षत्र – रोहिणी नक्षत्र रात्रि 12:33 तक होगा तदुपरान्त मृगशिरा नक्षत्र होगा।
योग – परिघ योग रात्रि 10:27 तक रहेगा तदुपरान्त शिव योग रहेगा।
करण – गर करण दिन 11:06 तक तदुपरान्त वणिज करण रहेगा।
विशिष्ट योग – यमघंट योग सूर्योदय से रात्रि 12:33 तक, राजयोग रात्रि 12:33 से सूर्योदय तक,
व्रत / दिवस विशेष – भद्रा रात्रि 9:10 से प्रारम्भ. रोहिणी व्रत (जैन),
चन्द्रमा – आज सम्पूर्ण दिन रात्रि वृष राशि में होगा।
ग्रह का राशि /नक्षत्र परिवर्तन – शुक्र का स्वाती नक्षत्र में प्रवेश रात्रि 9:08 पर
आज जन्म लेने वाले बच्चे – आज जन्म लेने वाले बच्चों की राशि वृष होगी। आज जन्म लेने वाले बच्चों का रात्रि 12:33 तक रोहिणी नक्षत्र होगा तदुपरान्त मृगशिरा नक्षत्र रहेगा। आज जन्मे बच्चों का स्वर्ण पाद होगा। आज जन्म लेने वाले बच्चों के प्रथम नामाक्षर ओ, वा, वी, वु, वे, वो पर रखे जा सकते हैं।
वृष राशि के स्वामी शुक्र हैं। वृष राशि में जन्मे बच्चे सौम्य स्वभाव, सहनशील, धैर्यवान, शीतल स्वभाव वाले, कलात्मक, रसिक प्रवृत्ति वाले, तेजस्वी, संघर्षशील, हठी, स्वाभिमानी, दयालु, कृतज्ञ, माता पिता व गुरु भक्त, आकर्षक, ऐश्वर्य युक्त, आभूषण आदि अलंकरण प्रिय होते हैं।
ये व्यक्ति तेजस्वी, संघर्षशील, स्वाभिमानी, श्रेष्ट मित्रों से युक्त, माता-पिता तथा गुरु के भक्त होते हैं। ये लोग सुखमय तथा अधिकार पूर्ण जीवन व्यतीत करते हैं। इस राशि के जातक प्राय: बैंकिंग, तेल एवं इत्रादि व्यवसाय, भवन-निर्माण, विज्ञापन अथवा कलादि से सम्बन्ध रखने वाले होते हैं।
✍️ पंडित मुकेश भारद्वाज, ज्योतिर्विद व वास्तुविद्