चौमूं.
करीब 21 दिन पहले शहर के एक मकान से 10 लाख रुपए कीमती जेवरात और ७० हजार रुपए की नकदी की चोरी करने की वारदात को परिवादी के ऑफिस में काम करने वाले कर्मचारी ने षडयंत्र रचकर अपने साथियों के साथ चोरी वारदात को अंजाम दिया था। चौमूं थाना पुलिस ने महज २१ दिन में तकनीकी सहायता से आरोपियों को तलाशते हुए चोरी के आरोप में मंगलवार को तीनों आरोपियों को गिरफ्तार करने में बड़ी सफलता हासिल की है और आरोपियों की निशान देही पर नवलगढ झुंझुंनू से चोरी का सामान भी बरामद किया है।
थाना प्रभारी विक्रांत शर्मा ने बताया कि शहर के पालीवाल मार्ग निवासी शैलेन्द्र कुमार सिंघल ने ११ फरवरी को थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई थी कि ७ फरवरी को वह अपनी पत्नी हीना सिंघल को जयपुर एक हॉस्टल में दाखिला दिलाने गया था। १० फरवरी शाम करीब ८ बजे वापस घर पर आया तो मकान में सामान बिखरा पड़ा मिला। घर से दो सोने की चैन, डायमण्ड लगी सोने की अंगूठी, एक चैन का लोकेट, सोने की चार चुडियां और ७० हजार रुपए चोरी होना पाया गया। इधर, रिपोर्ट दर्ज पर मामले को गंभीरता से लेते हुए एसीपी राजेन्द्र निर्वाण के दिशानिर्देश पर थाना प्रभारी शर्मा के नेतृत्व गठित टीम ने पीडि़त के घर बारिकी से जांच करते हुए आरोपियों की तलाश शुरू की। टीम में शामिल उपनिरीक्षक रामपाल, हैड कांस्टेबल ख्यालीराम, राकेश कुमार, ओमप्रकाश, कैलाशचंद, अनुप कुमार और अमित ने अलग-अलग पहलों पर जांच करते हुए आरोपियों को चिह्नित किया और झुंझुंनू के नवलगढ थाना इलाके के कुमावास गांव निवासी आदिल खिलजी, झुंझुंनू हाल शहर निवासी ओमप्रकाश कुमावत और नागौर हाल शहर निवासी पवन शर्मा को गिरफ्तार किया।(कासं.)
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आरोपी पवन करता था ऑफिस में काम
थाना प्रभारी शर्मा ने बताया कि पीडि़त शैलेन्द्र का पालीवाल मार्ग पर चार्टेड अकाउंटेंट का ऑफिस है और इसी के ऊपर वह निवास करता है। ऑफिस में आरोपी पवन काम करता था। इसे घर में सोने-चांदी के जेवरातों के रखे होने की पूरी जानकारी थी। ऑफिस की एक चाबी भी इसी के पास रहती थी। जेवरात चोरी करने का मन में लालच आया और चोरी करने की मन में ठान ली।
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दोस्त और रुम पार्टनर के साथ रचा चोरी का षडयंत्र
पुलिस ने बताया कि आरोपी पवन ने अपने दोस्त एवं रुम पार्टनर ओमप्रकाश को जेवरात चोरी करने के बारे में बताकर करीब १ माह पहले षडयंत्र रच लिया था। उसने उक्त ऑफिस की चाबी अपने साथी को भी दे दी थी। ऑफिस के बाहर सीसीटीवी कैमरे लगे होने के कारण पहचान छिपाने के लिए आरोपी कुमावत ने अपने गांव के परिचित आदिल खिलजी को चोरी करने के लिए तैयार किया। आरोपी खिलजी को एक नया मोबाइल फोन खरीदना था। ऐसे में वह भी लालच में आ गया।
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यूं की चोरी की वारदात
थाना प्रभारी ने बताया कि पूछताछ में आरोपी पवन ने बताा कि उसे सिंघल के १० फरवरी को जयपुर जाने का निर्धारित समय पता था। वह भी सिंघल के साथ जयपुर रवाना हो गया। जयपुर पहुंचने पर वह अपने साथियों को लॉकेशन की जानकारी देता रहा। इधर, आरोपी आदिल ने घर में घुसकर जेवरात वगैरह चोरी कर वापस नवलगढ़ पहुंच गया। पुलिस ने बताया कि चोरी के बाद तीनों आरोपियों ने जेवरात का बटवारा कर लिया। पूछताछ पर आरोपियों की निशान देही पर चोरी किया जेवरात, वारदात में काम में ली बाइक और एक चाबी बरामद कर ली है। आरोपियों से पूछताछ जारी है।