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खुद को रख रही फिट, दूसरों को भी कर रही निरोग

चौमूं. अच्छी सेहत के लिए योग करना जरूरी है। नियमित योग करने से शरीर स्वस्थ ही नहीं रहता, बल्कि की इस भागदौड़ भरी जिंदगी में तनाव से मुक्ति भी मिलती है। खासकर महिलाएं भी अब खुद को फीट रख रही हैं, बल्कि दूसरों को भी निरोग रहने के लिए मोटिवेट कर योग सिखा रही है। […]

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Kailash Barala

Jun 20, 2025

चौमूं.

अच्छी सेहत के लिए योग करना जरूरी है। नियमित योग करने से शरीर स्वस्थ ही नहीं रहता, बल्कि की इस भागदौड़ भरी जिंदगी में तनाव से मुक्ति भी मिलती है। खासकर महिलाएं भी अब खुद को फीट रख रही हैं, बल्कि दूसरों को भी निरोग रहने के लिए मोटिवेट कर योग सिखा रही है। उपखंड क्षेत्र में शनिवार को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाएगा। इस मौके पर राजस्थान पत्रिका ने उन युवतियों एवं महिलाओं से बातचीत की, जो योग के माध्यम से खुद को फीट रखा और बीमारियों को मात भी दी है। ऐसा नहीं कि केवल बीमार या दवाइयां खाने वाली, ज्यादा वजन वाली महिलाएं या युवतियां ही योग एवं व्यायाम कर रही है। पूरी तरह से स्वस्थ युवतियों ने भी फिट रहने के लिए योग, जिम, प्रात:कालीन भ्रमण को अपनी दैनिक दिनचर्या में शामिल कर लिया है। शहर में सुबह 6 बजे से रेलवे स्टेशन रोड, खेल स्टेडियम वीर हनुमान मार्ग, विवेकानंद पार्क सहित शहर के अन्य पार्कों में पुरुषों के साथ महिलाएं भी मॉर्निंग वॉक के साथ योग करने पहुंच रही है। (कासं.)

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खुद को रखा फिट, अब दूसरों को सीखा रही

निवाणा निवासी योग शिक्षक संतोष यादव ने बताया कि वह करीब पांच साल से योग एवं व्यायाम नियमित कर रही है। वह पहले हर बात पर तनावग्रस्त हो जाती थी, लेकिन नियमित योग से तनाव ही दूर नहीं हुआ, बल्कि खुद को भी फिट रख रखी है। वह क्षेत्र की स्कूलों, कॉलेजों के विद्यार्थियों और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को नि:शुल्क योग सिखा रही है। हाल ही में उसने योग में डिग्री भी ली है। इनका कहना है कि सुबह व्यायाम करने से दिनभर शरीर में स्फूर्ति रहती है। हम जितना खुश रहेंगे, उतने ही स्वस्थ रहेंगे।

साइनस बीमारी दूर: नियमित कर रही योग

चौमूं शहर के मोरीजा रोड निवासी खूशबु प्रजापत ने बताया कि उसका शरीर पहले दुबला-पतला था। चिकित्सकों वगैरह ने योग करने की सीख दी। तीन साल पहले उसने योग शुरू किया तो ताजगी महसूस करने लगी। उसे सर्दी-जुकाम व साइनस की बीमारी भी थी। सांस लेने में परेशानी आ रही थी। उसने नियमित जल नेति योग क्रिया की तो बीमारी दूर भाग गई। उसने पहले बहुत सी दवाओं का सेवन किया, लेकिन अब वह दवाइयों नहीं ले रही है।

यूथ आइकन अवार्डी ने दी माइग्रेन को मात

चौमूं निवासी योग गुरु एवं यूथ आइकन अवार्डी धर्मा नागा ने बताया कि उसे लंबे समय से माइग्रेन की बीमारी थी। उसने लगातार शीर्षशासन योग किया। नियमित योग से बीमारी दूर हो गई। नहीं तो वह एलोपैथिक और आयुर्वेदिक बहुत सी दवाईयां ली है। हालांकि वह शुरू से अक्सर बीमार भी रहती थी। शारीरिक रुप से कमजोर भी थी, लेकिन जीवन में योग अपनाने से धीरे धीरे बीमारियां दूर होती गई। अब तक वह तकरीबन अब 10 हजार से अधिक महिलाओं एवं बालिकाओं को योग एवं जिम का प्रशिक्षण भी दे चुकी है। स्कूल व कॉलेजों में नि:शुल्क योग सिखा रही है।

घर जिम्मेदारी, फिर भी दे रही प्रशिक्षण

चौमूं शहर के रावण गेट के सुभाष सर्किल पास निवासी गृहिणी सुमन शर्मा ने बताया कि पहले उसने योग सीखा और अब वह आसपास की महिलाओं को योग सीखा रही है। घर की जिम्मेदारी संभालने के साथ ही हर सुबह सुभाष सर्किल के पास महिलाओं को योग प्रशिक्षण दे रही है। वर्तमान में वह पंतजलि योग समिति में महिला सोशल मीडिया जिला प्रभारी है। उन्होंने बताया कि वह हर सुबह 40 से महिलाओं को प्रशिक्षण दे रही है।