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बालोद

देश सेवा का जज्बा, गांव के 80 लोग सैनिक

जिले में कुछ ऐसे गांव हैं, जहां के युवा सेना में भर्ती होकर देश की रक्षा कर रहे हैं। ऐसा ही एक गांव है नेवारीखुर्द, जिसे सैनिक गांव के नाम से जाना जाता है। यहां के 70 से 80 लोग सैनिक बने हैं।

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बालोद

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Satish Rajak

Jan 27, 2024

बालोद . जिले में कुछ ऐसे गांव हैं, जहां के युवा सेना में भर्ती होकर देश की रक्षा कर रहे हैं। ऐसा ही एक गांव है नेवारीखुर्द, जिसे सैनिक गांव के नाम से जाना जाता है। यहां के 70 से 80 लोग सैनिक बने हैं। वर्तमान में 61 जवान बीएसएफ, एसटीएफ, कोबरा, पुलिस सहित आर्मी में सेवा दे रहे हैं। इस वजह से गांव दूसरों के लिए आदर्श बना हुआ है। लोग यहां इसके बारे में जानने आते हैं। यहां के छोटे बच्चों व युवाओं में भी देश की रक्षा में जाने का जुनून है। छोटे बच्चों से लेकर युवा गांव की नदी व मैदान में जाकर सेना में भर्ती होने की तैयारी करते हैं। देश की सेवा में चयनित होने वाले जवानों ने स्वयं अभ्यास कर यह मंजिल हासिल की है। शारीरिक प्रतिदिन सुबह-शाम 40 से 50 युवक नदी के किनारे अभ्यास करते हैं। लिखित परीक्षा की तैयारी के लिए समूह में बैठकर और इंटरनेट के माध्यम से जानकारी जुटाते हैं। कुछ लोग कोचिंग भी करते हैं।

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